तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा फैसला:1 अगस्त से फिल्मों की शूटिंग बंद होगी, इंडस्ट्री को री-स्ट्रक्चर करने के लिए लिया यह फैसला

प्रोड्यूसर्स फिल्म का बजट, फिल्मों का ओटीटी और थिएटर में रिलीज होने जैसी तेलुगू फिल्मों से जुड़ी कई जरूरी बातें को भी डिस्कस करेंगे
 | 
telugu film industry

तेलुगू फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने स्टेटमेंट शेयर कर लिखा है, "पेंडेमिक के बाद रेवेन्यू की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए, प्रोड्यूसर्स के लिए उन सभी मुद्दों पर चर्चा करना महत्वपूर्ण हो गया है, जिनका हम फिल्ममेकर के तौर पर सामना कर रहे हैं।"

तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री ने मंगलवार (26 जुलाई) को एक बड़ी अनाउंसमेंट की है। तेलुगू फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड के सदस्यों ने इस बात का ऐलान किया है कि 1 अगस्त 2022 से सभी फिल्मों की शूटिंग नहीं होगी। मेकर्स ने यह फैसला इंडस्ट्री को री-स्ट्रक्चर करने के लिए लिया है। इस बात की जानकारी तेलुगू फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने सोशल मीडिया पर एक स्टेटमेंट शेयर कर दी है।

स्टेटमेंट में प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने कोविड के बाद फिल्मों के बढ़ते बजट और थिएटर से होने वाली कम कमाई के बारे में बताया है। पिछले कुछ हफ्तों से तेलुगू इंडस्ट्री के प्रोड्यूसर्स फिल्मों के खराब प्रदर्शन के बारे में डिस्कस कर रहे हैं। इतना ही नहीं प्रोड्यूसर्स फिल्म का बजट, फिल्मों का ओटीटी और थिएटर में रिलीज होने जैसी तेलुगू फिल्मों से जुड़ी कई जरूरी बातें को भी डिस्कस करेंगे।

तेलुगू फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने स्टेटमेंट शेयर कर लिखा है, "पेंडेमिक के बाद रेवेन्यू की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए, प्रोड्यूसर्स के लिए उन सभी मुद्दों पर चर्चा करना महत्वपूर्ण हो गया है, जिनका हम फिल्ममेकर के तौर पर सामना कर रहे हैं।"

गिल्ड ने आगे लिखा, "यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने इकोसिस्टम को बेहतर बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि हम अपनी फिल्मों को स्वस्थ वातावरण में रिलीज कर रहे हैं। इस संबंध में गिल्ड के सभी निर्माता सदस्यों ने 1 अगस्त 2022 से शूटिंग पर रोक लगाने का फैसला किया है, ताकि हम सब बैठकर समाधान निकाल सकें।"

पिछले 10 दिनों से तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के प्रोड्यूसर्स के बीच इन मुद्दों को लेकर बातचीत चल रही है। इस दौरान कई लोगों ने ओटीटी पर फिल्मों के रिलीज को लेकर अपनी चिंता जातई हैं। टिकट के पैसे बढ़ने से थिएटर में कम ही लोग जा रहे हैं। इसलिए प्रोड्यूसर्स काउंसिल को लगता है कि टिकट के चार्ज कम होने चाहिए, ताकि हर बैकग्राउंड के लोग थिएटर में जाकर फिल्में देख सकें।

Latest News

Featured

Around The Web