DSP Murder Update - पुलिस ने आरोपी ट्रक ड्राइवर को किया राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार

नूंह - हरियाणा के नूंह जिले के तावड़ू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने दूसरे आरोपी मित्तर को राजस्थान के भरतपुर जिले गंगोरा गांव से गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने दी है. अनिल विज ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा," डीएसपी हत्याकांड में आरोपी मित्तर पुत्र इशाक को हरियाणा पुलिस ने आज गांव गंगोरा, थाना पहाड़ी जिला भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया है."
Nuh DSP murder | Accused Mittar s/o Ishak in DSP murder case has been arrested by Haryana Police from Village Ganghora, PS Pahari District Bharatpur today: Haryana Home Minister Anil Vij
— ANI (@ANI) July 20, 2022
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हालांकि इस मामले में अभी और कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है. इससे पहले अनिल विज ने कहा था की हम घर घर जाकर जांच कर रहे हैं. आरोपियों की किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा. उन्होंने कहा, "हम घर-घर जाकर जांच कर रहे हैं... हम लगातार वहां(नूंह में) पर जांच कर रहे हैं. हम वहां जिस तरह का ऑपरेशन चला रहे हैं, उसके बाद किसी की हिम्मत नहीं होगी ऐसी घटना करने की.
Door-to-door checking is being done. We are investigating the matter. We are taking strict measures to ensure law and order in the state: Haryana Home Minister Anil Vij on DSP probing illegal mining mowed down in Nuh, yesterday pic.twitter.com/E8o9utoEQJ
— ANI (@ANI) July 20, 2022
क्या है मामला
बता दें कि मंगलवार की दोपहर को नूंह के तावड़ू थाना क्षेत्र के डीएसपी सुरेंद्र सिंह पर पचगांव में अवैध खनन माफिया के एक पत्थरों से भरे ट्रक चढ़ा दिया गया था. जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी.
सुरेंद्र सिंह 1994 में बतौर एएसआई भर्ती हुए थे और अब तावडू में डीएसपी के पद पर तैनात थे. तावडू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह हिसार जिले(Hisar District) में पड़ने वाले आदमपुर थाना क्षेत्र के सांरगपुर गांव के रहने वाले थे. वो 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती हुए थे और तीन महीने बाद 31 अक्टूबर को रिटायर होने वाले थे. उनके दो बच्चे हैं. एक बेटी बेंगलुरु(Bengaluru) में बैंक में अधिकारी है और बेटा कनाडा(Canada) में पढ़ाई कर रहा है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा के साथ उनके परिजनों को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का एलान किया था. पुलिस ने इस मामले में पहले ही एक आरोपी कीकर को गिरफ़्तार किया था. पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद से पूरे इलाक़े में तनाव का माहौल है.