DSP के अंतिम संस्कार में बाधा बनी बारिश, पम्पसेट से निकाला जा रहा है पानी
बारिश को रोकने के लिए टेंट के नीचे जमीन में पार्थिव शरीर को मिट्टी देने का प्रयास कर रहे हैं ग्रामीण और जिला प्रशासन

आदमपुर- मेवात जिले के तावडू में शहीद हुए डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई को आज मिट्टी दी जाएगी। हालांकि पहले उनके शरीर को सुबह 10 बजे मिट्टी दी जानी थी, परंतु रात 2 बजे से हो रही बारिश के कारण खेत में पानी भर गया। जिस कारण मिट्टी देने में अब समय लगेगा। क्योंकि जब तक बारिश नहीं रूकती, तब तक यह रस्म पूरी नहीं की जा सकेगी। वहीं उनका बेटा सिद्धार्थ कनाडा से आ गया है। सिद्धार्थ ने गुहार लगाई है कि जांच एजेंसी केवल ड्राइवर और क्लीनर तक नहीं की कार्रवाई तक सीमित न रहे। बल्कि इस खनन माफिया की नेक्सस को जड़ से खत्म करें । वहीं बिश्नोई समाज के लोगों ने सुरेंद्र सिंह को अशोक चक्र देने की मांग की ।
इससे पहले उनका शव मंगलवार रात को हिसार सिविल अस्पताल में पहुंच गया था। शहीद डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई के घर पर शोक प्रकट करने के लिए क्षेत्र के मौजिज लोग पहुंच रहे हैं। शहीद के भाई प्रिंसिपल सुभाष बिश्नोई ने बताया कि उन्हें उनकी हिस्से में आई जमीन में मिट्टी दी जाएगी।
डीएसपी सुरेंद्र की मंगलवार को तावडू में खनन माफिया ने डंपर से कुचलकर हत्या कर दी थी। डीएसपी अवैध खनन की सूचना मिलने पर कार्रवाई करने के लिए उस जगह पर पहुंचे थे, परंतु खनन माफिया ने उन्हें मार डाला। हत्या के बाद उनकी पत्नी और बेटी का रो-रो कर बुरा हाल है।
बुधवार को उनकी पत्नी कौशल्या पति के जाने के गम में बेसुध हो गई थी, जिसके चलते डॉक्टर को भी बुलाया गया था। सारंगपुर के सरपंच और ग्रामीणों ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही शहीद के नाम पर स्कूल का नाम, खेल स्टेडियम या सड़क का नाम रखने की मांग की।
शहीद के भाई अशोक बिश्नोई ने बताया कि बिश्नोई समाज में मृतक को दफनाया जाता है, जिसे कि सामाजिक रीत अनुसार मिट्टी देना कहा जाता है। हमारे परिवार का नियम है कि व्यक्ति की मौत के बाद उसे उसकी जमीन में ही मिट्टी दी जाती है। डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई के भाई अशोक ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है. वहीं उन्होंने उन्होंने कई गंभीर सवाल भी उठाए।