झारखंड में आज विश्वास मत पेश करेगी हेमंत सोरेन सरकार
रायपुर से रांची पहुंचे महागठबंधन के 32 विधायक, विशेष सत्र में होंगे शामिल

रांची- झारखंड में चल रही राजनीतिक संकट के बीच आज झारखंड विधानसभा में विश्वास मत लाया जाएगा। झारखंड की सियासत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होने वाला है। पहली बार राज्य में कोई सत्ताधारी दल अपने सरकार के खिलाफ ही विश्वास मत पेश करेगी। इसके लिए विधानसभा सचिवालय द्वारा विधायकों को पत्र भेजा गया है। राज्य गठन के बाद से अब तक सबसे विवादित मुद्दा रहा स्थानीयता नीति को सदन में हेमंत सोरेन पेश कर सकती है अगर ऐसा होता है राज्य की सियासत में एक नया उबाल तय माना जा रहा है। संकट में घिरी सोरेन सरकार सदन में अपना मास्टर स्ट्रोक चल सकती है।
दरअसल, सीएम हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता पर राज्यपाल निर्णय लेने वाले हैं। सीएम हेमंत सोरेन की विधायकी पर लटकी तलवार के बीच इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है।सीएम हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता खतरे में है। यह दावा किया गया था कि सीएम हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रहते हुए रांची के अनगड़ा में अपने नाम 88 डिसमिल के क्षेत्रफल वाली पत्थर खदान लीज पर ली थी। झारखंड विधानसभा के स्पीकर ने भी यह बात स्वीकार की है कि सदन में विश्वास मत पेश हो सकता है । इसके अलावा अन्य एजेंडों पर फिलहाल स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
हेमंत सोरेन ने अपने 32 विधायकों को एकजुट करने के लिए 30 अगस्त को रायपुर भेजा था। ये सभी विधायक रविवार की रात रांची पहुंच चुके हैं। सभी को स्टेट गेस्ट हाउस में रखा गया है। सोरेन के खनन लीज मामले में चुनाव आयोग की चिट्ठी मिलने के 11 दिन बाद भी राज्यपाल का कोई आदेश नहीं आया है,लेकिन राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। ये स्टेट गेस्ट हाउस से सीधे 11 बजे विधानसभा पहुंचेंगे। यहां ये विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे।दरअसल दिल्ली की केजरीवाल सरकार के सामने भी झारखंड जैसा ही संकट था। कहा जा रहा था कि उनके कुछ विधायकों को भी तोड़ने का प्रयास किया जा रहा था। हेमंत सोरेन ने एक बार फिर से विपक्ष पर निशाना साधा है।
रायपुर से 6 दिन बाद रविवार को महागठबंधन के सभी विधायक रांची पहुंच गए हैं। खराब मौसम की वजह से उनकी फ्लाइट 50 मिनट से आसमान में चक्कर काटती रही। स्पष्ट है कि ये विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं होंगे। स्पीकर न्यायाधिकरण की तरफ से इन्हें सात सितंबर को वर्चुअल सुनवाई में इन्हें शामिल होने का आखिरी नोटिस भेजा गया है। हाईकोर्ट ने इनके बंगाल से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई है।बाद में क्लियरेंस मिलने पर फ्लाइट को एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया।