झारखंड में सियासी संकट जारी: बाड़ेबंदी में UPA के विधायक, सीएम भूपेश बघेल बोले- नेताओं का अपहरण करती है BJP
आज रायपुर लौट सकते हैं चारों मंत्री, 3 लेयर की सिक्योरिटी, विधायकों के दहलीज लांघने पर भी है पाबंदी
रांची- झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच हेमंत सोरेन ने एक बड़ा दांव खेला है। 30 अगस्त की शाम से UPA के विधायक रायपुर के मेफेयर गोल्फ रिजॉर्ट में हैं। इसमें 24 घंटे तीन डीएसपी रैंक के अधिकारी तैनात हैं। इन विधायकों को छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से इतनी सख्त सुरक्षा में रखा गया है कि परिंदा भी पर न मार सके। मेन गेट से विधायकों तक पहुंचने के लिए तीन लेयर में सिक्योरिटी को तैनात किया गया है। 24 से ज्यादा सुरक्षा बल की नियुक्ति की गई है, जो तीन शिफ्ट में काम कर रहे हैं।इसके अलावा कुछ बड़ा निर्णय लेने की बात भी सामने आ रही है।
फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन विधानसभा सत्र से ठीक एक दिन पहले सभी के रांची लौटने की सूचना सामने आ रही है। UPA के 4 मंत्री जो कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए बुधवार को रांची गए थे, वे शुक्रवार को एक बार फिर से रायपुर लौट सकते हैं। इसके मद्देनजर अब सीएम हेमंत सोरेन के फिलहाल रायपुर आने की संभावना कम है। सरकार ने 5 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस दौरान सोरेन सरकार अपना बहुमत पेश कर सकती है। UPA के 30 विधायक फिलहाल रायपुर के मेफेयर होटल में ही रहेंगे।
यहां रह रहे विधायक चाह कर भी बाहर नहीं निकल सकते हैं। सभी के लिए अलग-अलग कमरे की बुकिंग की गई है और सभी को अपने कमरे में ही रहना है। पाबंदी केवल कमरे के अंदर रहने भर की नहीं है, उन्हें अपनी बात किसी भी सोशल मीडिया पर रखने से मना किया गया है। अगर सोरेन की मुख्यमंत्री की कुर्सी जाती है तो इस पद के लिए सबसे पहला नाम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का है। दूसरे और तीसरे नंबर पर जोबा मांझी और चंपई सोरेन हैं।
झारखंड के विधायकों के छत्तीसगढ़ आने को लेकर बीजेपी के बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह बताएं कि यहां हमारी पार्टी के, गठबंधन के विधायक आए हैं। अब जब झारखंड सरकार के सामने संकट आया है तो विधायकों को यहां लाया गया है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को क्राइसिस मैनेजमेंट का मास्टर माना जाता है।मध्यप्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और अभी महाराष्ट्र के विधायकों को ले गए थे। भाजपा विपक्ष को बर्दाश्त नहीं कर पा रही। भाजपा तो दूसरी पार्टी के नेताओं का अपहरण करके ले जाते हैं।