मनीष तिवारी बोले- मैं कांग्रेस में हिस्सेदार हूं, किराएदार नहीं

गुलाम नबी आजाद ने छोड़ी कांग्रेस पार्टी, अब नई पार्टी बनाएंगे

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मनीष तिवारी बोले- मैं कांग्रेस में हिस्सेदार हूं, किराएदार नहीं  
किसी से कोई सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। इस संस्था में हम किराएदार नहीं है, हिस्सेदार हैं। मैंने 42 साल इस पार्टी को दिए हैं। जिन लोगों ने पत्र लिखे हैं, उन्होंने मुझसे ज्यादा समय पार्टी को दिया है। आप धक्के मारकर निकालने की कोशिश करोगे तो देखा जाएगा।

नई दिल्ली-  गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफे के एक दिन बाद अब पंजाब के आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बगावती तेवर दिखाए हैं। मनीष तिवारी ने कहा कि दो साल पहले हम 23 लोगों ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को पत्र लिखकर बताया था कि कांग्रेस की परिस्थिति चिंताजनक है जिसपर विचार करने की ज़रूरत है। मनीष तिवारी ने आगे कहा कि हमें किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।  मैं यह पहले भी कह चुका हूं, हम कांग्रेस के किरायेदार नहीं हैं, हम सदस्य हैं।

मनीष तिवारी बोले- मैं कांग्रेस में हिस्सेदार हूं, किराएदार नहीं  


गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने वह समझाने की सबसे अच्छी स्थिति में होंगे। अजीब बात यह है कि जिन लोगों में वार्ड चुनाव लड़ने की क्षमता नहीं है, वे कांग्रेस नेताओं के चपरासी थे, जब पार्टी के बारे में ज्ञान दिया जाता है तो यह हास्यास्पद है।  हम एक गंभीर स्थिति में हैं। जो हुआ वह खेदजनक, दुर्भाग्यपूर्ण है। 

मनीष तिवारी बोले- मैं कांग्रेस में हिस्सेदार हूं, किराएदार नहीं  

तिवारी बोले- गुलाम नबी आजाद पर कमेंट नहीं करना चाहता। हममें से 23 लोगों ने 2 साल पहले सोनिया गांधी को लिखा था कि पार्टी की स्थिति चिंताजनक है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।  मुझे लगता है कि 20 दिसंबर 2020 को सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में सहमति बन गई होती तो आज पार्टी के सीनियर नेता छोड़कर नहीं जाते।उस पत्र के बाद कांग्रेस सभी विधानसभा चुनाव हार गई। अगर कांग्रेस और भारत एक जैसे सोचते हैं, तो लगता है कि दोनों में से किसी एक ने अलग-अलग सोचना शुरू कर दिया है।



 

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