भाजपा नेता संजय गांधी का सुराग नहीं: यमुना नहर में तलाश में लगे गोताखोर

पश्चिमी यमुना नहर के पास संजय गांधी की स्कूटी लावारिस हालात में मिली
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पश्चिमी यमुना नहर
संजय गांधी के दोस्तों ने बताया कि संजय गांधी द्वारा लॉकडाउन के समय से ही डिप्रेशन में चल रहे थे, क्योंकि उनके सामने बिजनेस में दिक्कत पेश आ रही थी। वे शूज की दुकान थी, काफी अच्छे व्यापारी थी।  

करनाल- व्यापारी संजय गांधी सुबह करीब साढ़े 9 बजे घर से निकले थे, वे अपने स्वीपर की स्कूटी लेकर गए थे। परिजनों ने संजय गांधी के घर न आने के बारे में उसके साथियों को अवगत कराया, सभी साथी व परिजन व्यापारी को खोजने के लिए निकल पड़े।  करनाल के नरसी विलेज पार्ट-1 के रहने वाले बीजेपी नेता व्यापारी संजय गांधी की स्कूटी पश्चिमी यमुना नहर के पास लावारिस हालात में मिली। शाम के समय परिजनों को पश्चिमी यमुना नहर किनारे स्कूटी मिली, जो संजय गांधी लेकर गए थे।

पश्चिमी यमुना नहर


परिजनों से भी पुलिस संपर्क मे है। देर सायं तक व्यापारी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। इस पर सवार होकर आए संजय गांधी का काेई पता नहीं चला है। आशंका जताई जा रही है कि व्यापारी ने नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली है। फिलहाल गोताखोरों की मदद से नहर में उनकी तलाश की जा रही है। वहीं जैसे ही व्यापारी संजय गांधी के नहर में कूदने की अपुष्ट जानकारी बीजेपी नेताओं व साथियों को लगी तो वे पश्चिमी यमुना नहर पर पहुंच गए।

दोस्तों ने बताया कि ये समस्या भी इतनी बड़ी नहीं थी। उन्होंने लोगों से अपील कि संजय गांधी अगर किसी को कहीं पर दिखे तो उसकी सूचना दे, दूसरा संजय भाई जहां कहीं पर भी हो वापस घर आ जाए।अभी संजय गांधी के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। संजय भाई उनकी पार्टी के सदस्य है।इसलिए संजय गांधी थोड़े डिप्रेशन में चल रहे थे। लेकिन उन्हें समझाया गया था कि व्यापार में ये बातें चलती रहती है, इनसे घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि जो बातें कहीं जा रही है, वे सब फिलहाल तथ्यों से दूर है।

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संजय गांधी के दोस्तों ने बताया कि संजय गांधी द्वारा लॉकडाउन के समय से ही डिप्रेशन में चल रहे थे, क्योंकि उनके सामने बिजनेस में दिक्कत पेश आ रही थी। वे शूज की दुकान थी, काफी अच्छे व्यापारी थी।  व्यापारी के लापता होने की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला भी नहर पर पहुंचे। वहीं व्यापारी संजय गांधी के दोस्तों को किसी ने बताया कि एक व्यक्ति ने नहर में छलांग लगाई है, वो कौन था, फिलहाल उसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली हैं।लॉकडाउन के समय में उन्होंने पार्टियों को उधार में सामान दे रखा था, जिन पार्टियों को सामान दिया हुआ था, वे पार्टियां पैसे नहीं दे रही थी जबकि व्यापारी संजय गांधी को तो पैसे देने ही थे।

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