साबर डेयरी प्लांट की मिली सौगात: पीएम मोदी बोले- गुजरात की अर्थव्यवस्था होगी और मजबूत

दो दशक पहले यहां क्या स्थितियां थीं ये सभी लोग जानते हैं: पीएम
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 पीएम मोदी ने गुजरात में साबर डेयरी की 1000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इसके बाद पीएम मोदी ने अपना संबोधन भी दिया। कहा- छोटी जमीन वाले किसानों की आय में भी वृद्धि हुई। 
पीएम मोदी ने गुजरात में साबर डेयरी की 1000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इसके बाद पीएम मोदी ने अपना संबोधन भी दिया। कहा- छोटी जमीन वाले किसानों की आय में भी वृद्धि हुई। 

साबरकांठा :   साबरकांठा जिला में पीएम मोदी ने साबर डेयरी की 1000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। पीएम मोदी ने अपना संबोधन भी दिया।  पीएम मोदी ने कहा कि आज साबर डेयरी का विस्तार हुआ है। सैकड़ों करोड़ रुपए के नए प्रोजेक्ट यहां लग रहे हैं। आधुनिक टेक्नॉलॉजी से लैस मिल्क पाउडर प्लांट और ए-सेप्टिक पैकिंग सेक्शन में एक और लाइन जुड़ने से साबर डेयरी की क्षमता और अधिक बढ़ जाएगी। 

 पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में बीते दो दशक में जो व्यवस्थाएं तैयार हुईं, आज उसके बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। आज गुजरात का डेयरी मार्किट 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। गुजरात में सहकारिता की एक समृद्ध परंपरा रही है, और संस्कार भी है। तभी तो सहकार है और सहकार है, तभी तो समृद्धि है। दूध से जुड़े सहकारी आंदोलन को जो सफलता मिली है, इसका विस्तार अब हम खेती से जुड़े बाकी क्षेत्रों में भी कर रहे हैं।

 पीएम मोदी ने गुजरात में साबर डेयरी की 1000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इसके बाद पीएम मोदी ने अपना संबोधन भी दिया। कहा- छोटी जमीन वाले किसानों की आय में भी वृद्धि हुई। 

पीएम मोदी ने कहा कि जैसे जैसे सिंचाई की सुविधाओं का गुजरात में विस्तार हुआ, वैसे वैसे कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में हमनें बहुत विकास किया और डेयरी ने उसे बहुत बड़ी ताकत दी। पीएम मोदी ने कहा कि  डेयरी ने अर्थव्यवस्था को भी स्थिरता भी दी, सुरक्षा भी दी और प्रगति के नए अवसर भी दिए।पीएम मोदी ने कहा कि दो दशक पहले यहां क्या स्थितियां थीं, ये आप भी जानते हैं और मैंने भी भलीभांति देखा है। आजकल हम गुजरात के कईं हिस्सों में अतिवर्षा की चुनौती से जूझ रहे हैं। लेकिन बारिश आना ही गुजराती के लिए इतना बड़ा सुख और संतोष होता है, इसका अंदाजा बाहर के लोगों को नहीं है।

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पीएम मोदी ने कहा कि छोटी जमीन वाले किसानों की आय में भी वृद्धि हुई है। यानी फसलों के अलावा आय के वैकल्पिक माध्यमों पर काम करने की रणनीति आज काम आ रही है। खादी और ग्रामोद्योग भी इसका एक उत्तम उदाहरण है। खादी ग्रामोद्योग का टर्नओवर पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर गया है। यही कारण है कि बीते 8 वर्षों में इसी क्षेत्र से डेढ़ करोड़ से ज्यादा रोजगार गांव में बनें हैं।पीएम मोदी ने कहा कि देश में आज 10 हजार किसान उत्पादक संघ - FPOs के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। इन FPOs के माध्यम से छोटे किसान फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी, एक्सपोर्ट से जुड़ी वैल्यू और सप्लाई चेन से सीधे जुड़ पाएंगे। इसका बहुत अधिक लाभ गुजरात के किसानों को भी होने वाला है।



 

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