तेजस्वी यादव ने बिहार के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा - I am allergic to corruption

पटना - बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मंगलवार, 6 सितंबर को राजधानी पटना के बड़े सरकारी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया. तेजस्वी यादव ने पाया कि पटना के PMCH(Patna Medical College Hospital) में मरीज फर्श पर लेटे हुए हैं और यहां वहां गंदगी फैली हुई है. जहां मरीज लेते हुए थे, वहीं मेडीकल कचरा फैला हुआ था. जिसके बाद तेजस्वी ने अधिकारियों को अव्यवस्था को लेकर जमकर फटकार लगाई.
अब उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने आम जनता के लिए हेल्प डेस्क की व्यवस्था के आदेश जारी करते हुए कहा है कि बिहार के स्वास्थ्य विभाग में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने ये तक कहा कि पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री की तरह वो किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, "जिला सदर एवं बड़े अस्पतालों में 24 घंटे उचित स्टाफ़ के साथ Help Desk स्थापित करने का आदेश दिया गया है. जिसमें मरीज भर्ती होने से लेकर, Ambulence, शव वाहन ,रेफ़रल की सहज व सरल सुविधा प्रदान करने साथ-साथ मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया को भी सुगम बनाने का निर्देश दिया है.
उन्होंने आगे कहा - हमने सभी को स्पष्ट कहा है कि l’am allergic to Corruption. विभाग में किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता, रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम पूर्व स्वास्थ्य मंत्री की तरह स्कोर नहीं पूछेंगे बल्कि पर्फ़ोर्मन्स के स्कोर के आधार पर आपकी सेवा का मूल्यांकन करेंगे.
हमने सभी को स्पष्ट कहा है कि l’am allergic to Corruption. विभाग में किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता, रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम पूर्व स्वास्थ्य मंत्री की तरह स्कोर नहीं पूछेंगे बल्कि पर्फ़ोर्मन्स के स्कोर के आधार पर आपकी सेवा का मूल्यांकन करेंगे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 7, 2022
दरअसल बीती रात को डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने पटना के बड़े अस्पतालों का औचक दौरा किया. इस दौरान तेजस्वी यादव ने अस्पताल के अधिकारियों व मरीजों के साथ बात की. उन्होंने मरीजों के सामने ही अस्पताल के अधिकारियों को जमकर डांटा.
तेजस्वी ने मरीजों व उनके परिजनों को आश्वस्त किया कि चीजें ठीक होंगी और कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. डिप्टी सीएम अस्पताल की व्यवस्था देखकर हैरान थे. उन्होंने देखा कि मरीज फर्श पर लेटे हुए हैं और यहां वहां गंदगी फैली हुई है. जहां मरीज लेते हुए थे, वहीं मेडीकल कचरा फैला हुआ था.
तेजस्वी यादव ने देखा कि मोर्चरी में शवों को भी ठीक से नहीं रखा गया था. अस्पताल के अंदर आवारा पशु भी आजाद घूम रहे थे. तेजस्वी यादव जैसे ही अस्पताल में पहुंचे वहां के मरीज अपनी शिकायतें लेकर पहुंच गए. लोगों ने अस्पताल में दवाई, शौचालय व कई बुनियादी सुविधाओं को लेकर उनसे शिकायत की. तेजस्वी ने रात में सीनियर डॉक्टर्स के नहीं होने पर हैरानी और नाराजगी जाहिर की.
इसके बाद उन्होंने ड्यूटी से गायब अधिकारियों को तलब किया. डॉक्टर्स ने कहा कि वो खाना खाने गए थे. जिसपर तेजस्वी ने उन्हें ख़ूब डांट लगाई. तेजस्वी के दौरे के बाद PMCH के सुपरिंटेंडेंट भी पहुंचे.
मीडिया से बातचीत में तेजस्वी ने कहा, "हमने PMCH गार्डिनर व गर्दनीबाग अस्पताल का दौरा किया है. इनमें से 2 अस्पतालों में डॉक्टर मौजूद थे. PMCH के टाटा वार्ड में हालात बदतर हैं. बिहार के अलग अलग जिलों से इलाज कराने आए लोगों से स्थिति के बारे में पूछा है. मैं जानना चाहता हूं कि अस्पताल किन समस्याओं से जूझ रहे है.