बिजली मंत्री रणजीत बोले- कुलदीप की भाजपा में एंट्री मैंने कराई, जाट और बिश्नोई अलग नहीं, सभी आर्य के बेटे

हिसार- बिश्नोई मंदिर में गुरु जंभेश्वर भगवान के जन्मोत्सव एवं जन्माष्टमी पर्व पर आयोजित धार्मिक उत्सव में पहुंचे थे। इस मौके पर वह भाजपा की प्रत्याशी रह चुकी सोनाली फोगाट, आदमपुर में उपचुनाव लड़ चुके बिजली मंत्री रणजीत सिंह के साथ मंच पर नजर आए।
रणजीत सिंह ने सियासत से जुड़ी कई बातें कीं। उन्होंने कहा, आदमपुर में जब उपचुनाव होगा तो कुलदीप बिश्नोई की जीत के लिए दिन रात काम करेंगे। मैं अपने भाई ओपी चौटाला के खिलाफ लड़ता रहा हूं। चुनाव लड़ना गलत बात नहीं है। यह चुनाव एकतरफा होगा। जो भी आए, वो सोच-समझकर ही मैदान में आए।
आदमपुर में कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रॉपर्टी डीलर- सीएलयू की सरकार थी। मैं कभी मंत्री या मुख्यमंत्री नहीं रहा, फिर भी भूपेंद्र हुड्डा को चुनौती देता हूं कि मेरे बेटे के सामने चुनाव लड़कर दिखाए। आदमपुर में मनोहर सरकार का तीसरा उपचुनाव होगा। कुलदीप, दुष्यंत और बृजेंद्र के एक साथ होने से ट्रिपल पावर हो गई है।
आदमपुर के पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा- पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को राजनीतिक के इतिहास का ज्ञान नहीं है। यहां से वह जनता पार्टी, कांग्रेस और हजकां से चुनाव जीतते रहे हैं। आदमपुर उपचुनाव को भाजपा रिकॉर्ड मतों से जीतेगी। आदमपुर की जनता चाहती है कि भव्य बिश्नोई चुनाव लड़ें। उन्हें पता होना चाहिए कि आदमपुर चौधरी भजनलाल के पारिवारिक हलका है।
वहीं, कभी भजनलाल व देवीलाल परिवार के राजनीतिक मतभेद रहे, लेकिन आज चौधरी देवीलाल की राजनीतिक विरासत संभालने वाले चौधरी रणजीत सिंह और चौधरी भजनलाल का परिवार एक मंच पर है। मीडिया के एक सवाल पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हमारे मन मिल गए हैं और आगे मिलकर काम करेंगे। हमारे बीच कोई दूरी नहीं थी। सोनाली फोगाट से कोई मनमुटाव नहीं है, हम चाय पीने के लिए गए थे।
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा जाट व बिश्नोई अलग नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ना गलत नहीं हैं। मैं अपने भाई ओमप्रकाश चौटाला के खिलाफ भी चुनाव लड़ता रहा हूं। आदमपुर में जब भी उपचुनाव होगा कुलदीप बिश्नोई की जीत के लिए काम करेंगे। एक सितंबर को आदमपुर में बैठक करूंगा। मौके पर ही समस्या का समाधान करेंगे। कुलदीप के भाजपा में शामिल होने की कहानी का खुलासा करते हुए कहा कि मैंने दूड़ाराम से बात की थी कि कुलदीप को भाजपा में ले आएं। इसके बाद कुलदीप के साथ चाय पीते हुए सीएम से बात करवाकर भाजपा में एंट्री करवाई।