एसआई की गाड़ी में बम लगाने का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

कनाडा के गैंगस्टर के इशारे पर लगाई थी IED

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एसआई की गाड़ी में बम लगाया
लांडा ने उन्हें विदेश में, विशेष रूप से कनाडा में बसने में मदद करने के वादे के साथ आतंकी गतिविधियां करने का लालच दिया था। डीजीपी यादव ने कहा कि दीपक, फतेहदीप, राजिंदर और हरपाल का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। 

अमृतसर-  पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड कनाडा का गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लांडा है।  पूछताछ में दीपक ने बताया कि बम प्लांट करने के लिए उस दिन कुछ देर के लिए कोरियर वाले की मोटरसाइकिल ली थी। सीआईए स्टाफ के सब इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की गाड़ी में बम लगाने के मुख्य आरोपी दीपक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।  गिरफ्तार व्यक्तियों से पूछताछ में राजिंदर बाउ की संलिप्तता का पता चला, जिसे शिरडी से पकड़ा गया।तरनतारन का 33 वर्षीय लखबीर लांडा 2017 में कनाडा भाग गया था। उसने मई में मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) आतंकी हमले की साजिश रची थी। 

डीजीपी यादव ने कहा कि अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट को इस मामले में पहला ब्रेक इस घटना के एक दिन बाद दिल्ली हवाई अड्डे से हरपाल और फतेहदीप की गिरफ्तारी के साथ मिला, जब वे मालदीव भागने की कोशिश कर रहे थे। लांडा ने उन्हें विदेश में, विशेष रूप से कनाडा में बसने में मदद करने के वादे के साथ आतंकी गतिविधियां करने का लालच दिया था। डीजीपी यादव ने कहा कि दीपक, फतेहदीप, राजिंदर और हरपाल का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। 

एसआई की गाड़ी में बम लगाया

पूछताछ में दीपक ने बताया कि बम प्लांट करने के लिए उस दिन कुछ देर के लिए कोरियर वाले की मोटरसाइकिल ली और दिलबाग की गाड़ी में बम लगाकर फरार हो गए। पुलिस को एसआई की गाड़ी के नीचे से 2.17 किलोग्राम उच्च विस्फोटक युक्त आईईडी बरामद हुई थी। इसके आगे का काम हरपाल और फतेहदीप का था।दोनों ने एक निर्धारित स्थान से आईईडी इकट्ठा कर खुशहाल को दी। गिरफ्तार अन्य व्यक्तियों में खुशहाल सिंह, राजिंदर कुमार, वरिंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह हैं। वरिंदर और गोपी गोइंदवाल जेल में बंद हैं और लांडा के करीबी सहयोगी हैं। 

डीजीपी यादव ने कहा कि अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट को इस मामले में पहला ब्रेक इस घटना के एक दिन बाद दिल्ली हवाई अड्डे से हरपाल और फतेहदीप की गिरफ्तारी के साथ मिला, जब वे मालदीव भागने की कोशिश कर रहे थे। लांडा ने उन्हें विदेश में, विशेष रूप से कनाडा में बसने में मदद करने के वादे के साथ आतंकी गतिविधियां करने का लालच दिया था। डीजीपी यादव ने कहा कि दीपक, फतेहदीप, राजिंदर और हरपाल का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। 


इस पूरी साजिश में कुल नौ लोग शामिल हैं।उसकी और एक अन्य आरोपी की जिम्मेदारी बम लगाने की थी और पुलिस कांस्टेबल हरपाल सिंह और फतेहदीप को मोबाइल के जरिये बम में धमाका कर एसआई की हत्या करनी थी।  इनमें से सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने फतेहदीप और हरपाल के कब्जे से नकद 2.52 लाख रुपये, 3,614 डॉलर 220 यूरो और 170 पाउंड और पासपोर्ट भी बरामद किए।पुलिस ने दीपक द्वारा आईईडी लगाने के लिए इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल और पांच मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।

 



 

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