हरियाणा में डीएसपी हत्याकांड के बाद राजस्थान सरकार हुई चौकन्ना, अवैध खनन को लेकर की हाई लेवल मीटिंग

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खनन माफिया, भू माफिया को लेकर बेहद चिंतित हैं
 | 
RAJASTHAN
अभी बीते महीने में राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर कन्हैया लाल की दो मुस्लिम लड़कों द्वारा निर्मम हत्या के बाद सरकार ने किसी भी साम्प्रदायिक हिंसा से बचने के लिए प्रदेशभर में धारा 144 और इंटरनेट बन्द कर दिया था. सरकार ने अपराधियों को हत्या करने के कुछ घण्टों में पकड़ लिया था.

जयपुर - हरियाणा में मंगलवार 19 जुलाई को नूंह जिले(Muh District) के तावड़ू क्षेत्र में अवैध खनन(Illegal Mining Mafia) माफिया द्वारा डीएसपी सुरेंद्र सिंह(Haryana DSP Surender Singh Murder Case) की पत्थरों से भरे डंपर चढ़ा देने हुई मौत के बाद पड़ोसी राज्य राजस्थान(Rajasthan) में भी गहलोत सरकार(Gehlot Government) हरकत में आ गई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत(CM Ashok Gehlot) सभी जिलों के कलेक्टर(Collector And SP) व एसपी के साथ हाई लेवल मीटिंग(High Level Meeting) करेंगे. बताया जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत सीएमआर(Collaboration Management Record)  पर मीटिंग करेंगे. जिसमें सभी जिलों के कलेक्टर व एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग(Video Conferencing) के जरिये मीटिंग में शामिल होंगे. हरियाणा में डीएसपी हत्याकांड के बाद गहलोत सरकार अवैध खनन के मामले को लेकर गंभीर दिख रही है. 

सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खनन माफिया, भू माफिया को लेकर बेहद चिंतित हैं. सभी जिलों के कलेक्टर व एसपी के साथ गृह मंत्रालय, माइंस व वन विभाग के आला अधिकारी भी मीटिंग में शामिल होंगे. जिसमें सरकार खनन व भू माफिया(Land Mafia) पर शिंकजा कसने व रोकथाम को लेकर मंथन होगा. राजस्थान में कांग्रेस सरकार आगामी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही या चूक करने से बच रही है. अभी बीते महीने में राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर कन्हैया लाल(Udaipur Kanahiya Lal Murder Case) की दो मुस्लिम लड़कों द्वारा निर्मम हत्या के बाद सरकार ने किसी भी साम्प्रदायिक हिंसा से बचने के लिए प्रदेशभर में धारा 144 और इंटरनेट बन्द कर दिया था. सरकार ने अपराधियों को हत्या करने के कुछ घण्टों में पकड़ लिया था. जिसके चलते देशभर में राजस्थान के मुख्यमंत्री की तारीफ़ भी हई थी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर हत्याकांड में मृतक कन्हैया लाल के परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद व उनके दोनों बेटों को सरकारी नौकरी का वादा किया था. जिसे पिछले हफ्ते सरकार ने पूरा करते हुए सरकार ने कन्हैया लाल के दोनों बेटों को लेखपाल के पद पर नौकरी दी है. गौरतलब है कि अगले साल राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस की कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. बीजेपी प्रदेश में 5 साल के सूखे को खत्म करने व कांग्रेस मुक्त भारत के सपने से एक कदम दूर होने की कोशिश करेगी तो वहीं कांग्रेस अपने सबसे मजबूत किले को बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है.


 

Latest News

Featured

Around The Web