डीएसपी सुरेंद्र सिंह को राजकीय सम्मान के साथ आज दी जाएगी मिट्टी

हिसार- डीएसपी सुरेंद्र की मंगलवार को तावडू में खनन माफिया ने डंपर से कुचलकर हत्या कर दी थी। डीएसपी अवैध खनन की सूचना मिलने पर कार्रवाई करने के लिए उस जगह पर पहुंचे थे, परंतु खनन माफिया ने उन्हें मार डाला। हत्या के बाद उनकी पत्नी और बेटी का रो-रो कर बुरा हाल है।
शव मंगलवार रात को हिसार सिविल अस्पताल में पहुंच गया था। शहीद डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई के घर पर शोक प्रकट करने के लिए क्षेत्र के मौजिज लोग पहुंच रहे हैं। शहीद के भाई प्रिंसिपल सुभाष बिश्नोई ने बताया कि उन्हें उनकी हिस्से में आई जमीन में मिट्टी दी जाएगी।
मंगलवार को खनन कार्यकर्ताओं ने डीएसपी को डम्पर के नीचे कुचल दिया था। डीएसपी सुरेंद्र सिंह यहां छापेमारी करने गए थे। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के 4 घंटे बाद पुलिस ने पंचगांव में एनकाउंटर के दौरान डीएसपी को कुचलने वाले डंपर के क्लीनर को अरेस्ट कर लिया है।
बुधवार को उनकी पत्नी कौशल्या पति के जाने के गम में बेसुध हो गई थी, जिसके चलते डॉक्टर को भी बुलाया गया था। सारंगपुर के सरपंच और ग्रामीणों ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही शहीद के नाम पर स्कूल का नाम, खेल स्टेडियम या सड़क का नाम रखने की मांग की।
बता दें कि डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई का गांव में बहुत ही प्रेम रहा है। गांव के लोगों ने कहा कि शहीद डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई बहुत ही नेक दिल इंसान थे। शहीद के भाई अशोक बिश्नोई ने बताया कि गुरुवार को उनकी हिस्से में आई जमीन में उन्हें मिट्टी दी जाएगी। बिश्नोई समाज में मृतक को दफनाया जाता है, जिसे कि सामाजिक रीत अनुसार मिट्टी देना कहा जाता है। हमारे परिवार का नियम है कि व्यक्ति की मौत के बाद उसे उसकी जमीन में ही मिट्टी दी जाती है। डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई के भाई अशोक ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है वहीं उन्होंने उन्होंने कई गंभीर सवाल भी उठाए।