सोनिया गांधी कल फिर होगी ED के पेश, आज छह घंटे हुई पूछताछ

नई दिल्ली - कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से आज ईडी की पूछताछ खत्म हो गई है। वे मंगलवार सुबह 11 बजे ईडी दफ्तर पहुंची थीं। यहां उनसे दो राउंड की पूछताछ हुई। पहले राउंड में सोनिया गांधी से दोपहर 1.30 बजे तक पूछताछ चली। लंच के बाद सोनिया गांधी करीब 3.30 बजे फिर से ईडी दफ्तर पहुंचीं, यहां उनसे करीब 7 बजे तक पूछताछ हुई। ईडी ने सोनिया गांधी को कल फिर पेश होने के लिए कहा है। नेशनल हेराल्ड केस का मामला सबसे पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में उठाया था। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को आरोपी बनाया गया था।
दूसरी ओर पूछताछ के खिलाफ पार्टी सांसदों के साथ राहुल गांधी विजय चौक के पास धरने पर बैठ गए, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने कांग्रेस यूथ अध्यक्ष के बाल खींचे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने कांग्रेस नेता को पकड़कर जबरन गाड़ी में बिठा लिया।
कांग्रेस नेताओं को विरोध प्रदर्शन करने से रोकने पर सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ये आवाज कुचलने की कोशिश है। केंद्र एजेंसी के जरिए कांग्रेस नेताओं को टारगेट कर रही है।कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल समेत 50 सांसदों को हिरासत में लिया गया है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि इन सांसदों को पुलिस कहीं अज्ञात जगह पर ले जा रही है। कांग्रेस के ये सभी सांसद पार्लियामेंट से राष्ट्रपति भवन तक विरोध मार्च करते हुए जा रहे थे। दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को भी हिरासत में लिया था, लेकिन सोनिया से पूछताछ खत्म होने के बाद पुलिस ने राहुल गांधी को छोड़ दिया।
अजय माकन कांग्रेस महासचिव - कांग्रेस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है और आप उसके नेताओं को सत्याग्रह के लिए राजघाट जाने से रोक रहे हो। लोकतंत्र में जिस दिन एक पहिया उलट गया, उस दिन लोकतंत्र नहीं बचेगा। संबित पात्रा, भाजपा प्रवक्ता - कांग्रेस सत्याग्रह के नाम पर ड्रामा कर रही है। भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार जीरो टॉलरेंस अपना रही है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए ऐसा कर रही है।