चीन ने ताइवान के आसपास फिर से शुरू किया युद्ध अभ्यास

अमेरिकी सांसद के 4 सदस्य ताइवान की यात्रा पर पहुंचे हैं
 | 
ss
चीन से जारी तनाव के बीच ताइवान ने भारत समेत कई समान विचारधारा वाले देशों का धन्यवाद किया था. ताइवान के विदेश मंत्रालय(Foreign Ministry Of Taiwan) ने कहा कि वह दोस्त देशों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा.

नई दिल्ली - चीन और ताइवान(China-Taiwan Crisis) के बीच तनाव अपने चरम पर है. पिछले महीने अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि नैंसी पेलोसी(Nancy Pelosi) के दौरे के बाद चीन ने ताइवान के क्षेत्र के आसपास अपनी नौसेना की तैनाती की थी. जिससे जापान भी प्रभावित हुआ था. लेकिन अब फिर से चीन ने ताइवान के समुंद्री क्षेत्र के आसपास मॉक ड्रिल शुरू की है. जिससे ताइवान में डर पैदा हो गया है. 

ss

दरअसल अमेरिकी सांसद के 4 सदस्य ताइवान की यात्रा पर पहुंचे हैं. बीते रविवार को बिना किसी घोषणा के अमेरिका के ये राजनेता ताइवान पहुंचे. बताया जा रहा है कि अपने दौरे में वे ताइवान की राष्ट्रपति ताइ इंग वेन(Taiwan's President Tai Ing Wen) से मिलेंगे. वहीं चीन अपनी 'वन चायना पॉलिसी(One China Policy)' के तहत ताइवान को अपना हिस्सा मानना है.

बता दें कि कुछ ही दिन पहले चीन ने ताइवान के आसपास चल रहे सैन्य अभ्यास को रोका था. उस समय अमेरिका में प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन ने अभ्यास शुरू किया था. चीन ताइवान में किसी भी विदेशी डेलिगेशन(Foreign Delegation) के जाने का विरोध करता रहा है. चीन ने अपनी इस नीति के तहत नैंसी पेलोसी की यात्रा पर भी आपत्ति जताई थी.



लेकिन नैंसी पेलोसी ने चीन की आपत्तियों को नजरअंदाज कर ताइवान की यात्रा की. वैसे तो अमेरिका वन चाइना नीति(One China Policy) का समर्थन करता है. लेकिन जो बाइडेन सरकार ने पेलोसी की यात्रा पर कहा था कि वे अपने स्पीकर को कहीं भी जाने से नहीं रोक सकते. उन्होंने कहा कि अमेरिका के कुछ राजनेता ताइवान की आजादी का समर्थन करने वाले अलगाववादी ताकतों(Separatist Powers) से मिलकर वन चाइना पॉलिसी को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन उनका नाकाम होना तय है.

चीन से जारी तनाव के बीच ताइवान ने भारत समेत कई समान विचारधारा वाले देशों का धन्यवाद किया था. ताइवान के विदेश मंत्रालय(Foreign Ministry Of Taiwan) ने कहा कि वह दोस्त देशों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा. ताइवान ने कहा कि संयुक्त रूप से नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और सुरक्षा(International Order And Security) को बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश करने के लिए तैयार हैं.

Latest News

Featured

Around The Web