अमरनाथ यात्रा के क़रीब बादल फटने से 12 लोगों की मौत, सुरक्षबलों का बड़ा राहत अभियान जारी

प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने हादसे पर ट्वीट कर दुख जताया
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AMARNATH YATRA
श्राइन बोर्ड की ओर से एक हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया जाएगा. जिससे यात्रियों के परिजन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

जम्मू - केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu-kashmir) में शुक्रवार यानी 8 जुलाई की शाम को अमरनाथ गुफा के पास बादल फट गया. जिसमें 12 लोगों की मौत की खबर आ रही है और 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं. खबरों के मुताबिक मौके पर एनडीआरएफ(National Disaster Response Force), एसडीआरएफ(State Disaster Response Force), आईटीबीपी(Indo-Tibbat Border Police) की टीमें राहत और बचाव कार्य मे जुटी हुई हैं.

लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमरनाथ गुफा के पास शाम करीब साढ़े 5 बजे बादल फटा. बादल फटने के कारण गुफा के पास लगे टैंटों के बीच पानी का सैलाब आ गया. टैंटों में मौजूद कई श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए. इलाके में पहले से मौजूद आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों ने तुरंत ही बचाव अभियान शुरू कर दिया. ताजा खबरों के मुताबिक कई लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में श्राइन बोर्ड की ओर से एक हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया जाएगा. जिनके भी परिजन अमरनाथ यात्रा पर गए हुए हैं, वो उस नंबर से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

गौरतलब है कि शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा में करीब 8-10 हजार लोग शामिल हुए थे. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया,"पवित्र गुफा के पास एनडीआरएफ की एक टीम हमेशा तैनात रहती है, वह तुरंत बचाव कार्य में जुट गई. एक और टीम को तैनात कर दिया गया है. 3 को जिंदा बचाया गया है. हमने आसपास तैनात अन्य टीमों को भी वहां रवाना कर दिया है."

वहीं भारतीय सेना की उतरी कमान की तरफ से हैलिकॉप्टरों सहित 6 बचाव दल भेजे हैं. डीजी(Director General Atul Karwal) अतुल करवाल ने रेस्क्यू ऑपरेशन(Rescue Operation) को लेकर ये भी बताया, "हमारे जवानों के आगे रेस्क्यू को लेकर मौसम की चुनौती है. वहां की भौगोलिक स्थिति और ऊंचाई की भी चुनौती होगी, लेकिन हमारे जवान काफी प्रशिक्षित हैं. उन्हें कोई समस्या नहीं होगी…श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड नंबर जारी करेगा. हम उनके साथ काम करेंगे."

ITBP के पीआरओ(Public Relations Officer) विवेक पांडेय ने आजतक को बताया,"पवित्र अमरनाथ गुफा के बिलकुल नजदीक लगे कई टैंट बह गए. जानकारी के मुताबिक, पानी के बहाव के बीच में 30-40 टेंट आ गए थे."

पीआरओ विवेक पांडेय ने ये भी बताया कि अमरनाथ गुफा के पास 80-100 टेंट लगे हुए थे, जिनमें 4-6 लोग हर टेंट में मौजूद थे.


अमरनाथ गुफा के पास हुए इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narender Modi) ने दुख जताया है. उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा,"श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से व्यथित हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. राज्यपाल मनोज सिन्हा जी से हालात का जायजा लिया है. बचाव और राहत कार्य जारी है. प्रभावितों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है."

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