अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे, सोनिया गांधी से मांगी माफी

2 दिन पहले जो घटना हुई उसने हम सबको हिला कर रख दिया है. मुझे जो दुख है वो मैं ही जान सकता हूं
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कई बार मीडिया अपने हिसाब से स्टोरी चलाने लग जाता है. कल-परसों जो घटना हुई है, ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी कि एक लाइन का पर्चा पास हो, लेकिन मैं कामयाब नहीं हुआ. ऐसे में जो देश में जो माहौल बना. इसको देखते हुए मैं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ूंगा. ये मेरा फैसला है.

नई दिल्ली - राजस्थान कांग्रेस में मचे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की. करीब सवा घंटे की मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब वो कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे.

 इसके अलावा उन्होंने रविवार, 25 सितंबर को हुई घटना के लिए सोनिया गांधी से मांफी भी मांगी है. बता दें कि अशोक गहलोत के चुनाव ना लड़ने के फैसले के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की दावेदारी मजबूत हो गई है. दिग्विजय सिंह शुक्रवार, 30 सितंबर को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. 

अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, "मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के साथ बातचीत की है, क्योंकि पिछले 50 साल से, चाहे इंदिरा जी, राजीव जी, नरसिम्हा राव या बाद में सोनिया गांधी आई, मैंने एक वफादार सिपाही के रूप में काम किया. और हमेशा मुझपर विश्वास करके मुझे जिम्मेदारी दी गई, चाहे मैं केंद्रीय मंत्री बना हूँ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, AICC का महामंत्री या सोनिया जी के आशीर्वाद से तीसरी बार मुख्यमंत्री बना हूं. 

उन्होंने आगे कहा, "राहुल जी ने 2019 में इस्तीफा दिया, वो वक्त मैं भूला नहीं हूं. और 2 दिन पहले जो घटना हुई उसने हम सबको हिला कर रख दिया है. मुझे जो दुख है वो मैं ही जान सकता हूं. क्योंकि पूरे देश में ये मैसेज चला गया कि मैं मुख्यमंत्री बना रहना चाहता हूं इसलिए ये सब हो रहा है. मैंने सोनिया जी से भी sorry फील किया है, माफी मांगी है. क्योंकि एक मुख्यमंत्री के तौर पर मेरी ज़िम्मेदारी थी विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास कराने की जो कांग्रेस की परंपरा है. ये मैं नहीं करा पाया.

अशोक गहलोत ने कहा, "मेरे मुख्यमंत्री रहते हुए एक लाइन का प्रस्ताव पास नहीं हुआ. जोकि हमारी परंपरा रही है, इसका मुझे जिंदगीभर दुख रहेगा. मैंने सोनिया जी से sorry feel किया है कि मैं उस काम में कामयाब नहीं हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा - राजस्थान में जो घटना हुई है, उसने पूरे देश में कई मैसेज दिए हैं, और मीडिया भी जो है वो कई बार किंग मेकर बन जाता है. कई बार मीडिया अपने हिसाब से स्टोरी चलाने लग जाता है. कल-परसों जो घटना हुई है, ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी कि एक लाइन का पर्चा पास हो, लेकिन मैं कामयाब नहीं हुआ. ऐसे में जो देश में जो माहौल बना. इसको देखते हुए मैं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ूंगा. ये मेरा फैसला है.

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