आज फिर कोर्ट में पेश होंगे संजय राउत, बढ़ सकती है हिरासत

पात्रा चाल घोटाला मामले में ED कर सकती है हिरासत बढ़ाए जाने की मांग

 | 
आरोप है कि कंपनी ने म्हाडा को गुमराह कर पात्रा चॉल की एफएसआई 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेच कर 901 करोड़ रुपये जमा किए। उसके बाद मिडोज नामक एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर फ्लैट बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपये वसूले गए। लेकिन 672 लोगों को उनका मकान नहीं दिया गया।
पात्रा चाल घोटाला मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। संजय राउत की हिरासत आज खत्म हो रही है। ईडी उन्हें अदालत में पेश करेगी। संजय राउत की हिरासत को और बढ़ाया जा सकता है।

नई दिल्ली-  संजय राउत को पात्रा चॉल के पुनर्विकास से सबंधित 1,034 करोड़ रुपये के कथित भूमि घोटाले की जांच कर रही है। ईडी ने संजय राउत को 31 जुलाई की रात को गिरफ्तार किया था। स्थानीय अदालत ने उन्हें 8 अगस्त तक हिरासत में भेज दिया था। ईडी का कहना है कि संजय राउत और उनके परिवार ने आवास पुनर्विकास परियोजना में कथित वित्तीय अनियमितताओं के जरिए एक करोड़ रुपये से अधिक की आय की है, जो कि अपराध की श्रेणी में आता है।

 

 

आरोप है कि कंपनी ने म्हाडा को गुमराह कर पात्रा चॉल की एफएसआई 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेच कर 901 करोड़ रुपये जमा किए। उसके बाद मिडोज नामक एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर फ्लैट बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपये वसूले गए। लेकिन 672 लोगों को उनका मकान नहीं दिया गया। इस तरह पात्रा चॉल घोटाले में 1039.79 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उसके बाद 2018 में म्हाडा ने गुरू कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया।      

आरोप है कि कंपनी ने म्हाडा को गुमराह कर पात्रा चॉल की एफएसआई 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेच कर 901 करोड़ रुपये जमा किए। उसके बाद मिडोज नामक एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर फ्लैट बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपये वसूले गए। लेकिन 672 लोगों को उनका मकान नहीं दिया गया। इस तरह पात्रा चॉल घोटाले में 1039.79 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उसके बाद 2018 में म्हाडा ने गुरू कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया।


 

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी 60 वर्षीय राउत को 31 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने राउत के घर पर सुबह-सुबह छापा मारा था। करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था, इसके बाद देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। अदालत ने उन्हें चार अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद उनकी रिमांड आठ अगस्त तक बढ़ाई गई थी।

आरोप है कि कंपनी ने म्हाडा को गुमराह कर पात्रा चॉल की एफएसआई 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेच कर 901 करोड़ रुपये जमा किए। उसके बाद मिडोज नामक एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर फ्लैट बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपये वसूले गए। लेकिन 672 लोगों को उनका मकान नहीं दिया गया। इस तरह पात्रा चॉल घोटाले में 1039.79 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। उसके बाद 2018 में म्हाडा ने गुरू कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया।      

पात्रा चॉल घोटाले में गिरफ्तार शिवसेना सांसद संजय राउत की हिरासत एक बार फिर से बढ़ाई जा सकती है। प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) उन्हें आज मुंबई की एक विशेष अदालत में पेश करेगा। माना जा रहा है कि ईडी के अधिकारी कोर्ट से रिमांड बढ़ाए जाने की मांग कर सकते हैं। पिछले गुरुवार को राउत को कोर्ट में पेश किया गया था। इसके बाद विशेष अदालत ने ईडी की हिरासत आठ अगस्त तक बढ़ा दी थी। वहीं पिछले दिनों ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को भी पूछताछ के लिए तलब किया था। 

Latest News

Featured

Around The Web