फर्जी DIS जारी करने पर स्पाइसजेट के MD पर केस दर्ज

10 लाख शेयर के लिए फर्जी DIS जारी करने का है आरोप
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स्पाइसजेट के MD पर  केस दर्ज
स्पाइसजेट के प्रबंध निदेशक अजय सिंह के खिलाफ एक कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने किया मामला दर्ज।  कारोबारी के साथ कंपनी के शेयर आवंटित करने के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप।  शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि सिंह ने इसी तरह दूसरों के साथ धोखाधड़ी की है।शिकायत में आरोप लगाया है कि अजय सिंह ने उन्हें प्रदान की गई सेवाओं के लिए 10 लाख शेयरों की फर्जी डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS ) दी।

गुरुग्राम -   स्पाइसजेट एयरलाइन के प्रबंध निदेशक अजय सिंह पर को करोड़ो रुपए ठगने का मामला दर्ज किया गया है।  आरोप है कि गुरुग्राम के एक व्यवसायी को कंपनी के शेयर आवंटित करने के बहाने कथित तौर पर करोड़ों रुपये की ठगी की है। शिकायतकर्ता अमित अरोड़ा ने दावा किया कि सिंह ने इसी तरह दूसरों के साथ भी धोखाधड़ी की है।

 

स्पाइसजेट के MD पर  केस दर्ज

 अरोड़ा की शिकायत के अनुसार, सिंह ने उन्हें प्रदान की गई सेवाओं के बदले में 10 लाख रुपए के शेयरों के फर्जी प्रमाणपत्र दिए थे। अरोड़ा ने आरोप लगाया कि सिंह ने उनसे स्पाइसजेट के 10 लाख रुपये के शेयर साझा करने का वादा किया था। इसके बाद शिकायतकर्ता ने ईमानदारी से काम किया और अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने कहा कि सिंह ने उनसे स्पाइसजेट के 10 लाख शेयर देने का वादा किया था। अरोड़ा को ये शेयर उनके द्वारा दी गई सेवाओं के एवज में दिए जाने थे। अरोड़ा ने ये सेवाएं प्रवर्तकों से एयरलाइन का नियंत्रण लेने के दौरान दी थीं। वहीं,  10 मार्च 2022 को मीडिया के जरिए पता चला कि अजय सिंह के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। अजय सिंह पर साल 2019 के बाद से चार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।

 

 

इसी दौरान 10 मार्च 2022 को मीडिया के जरिए पता चला कि अजय सिंह के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। अमित ने पता लगाया तो यह बात सामने आई कि अजय सिंह पर साल 2019 के बाद से चार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।

अरोड़ा ने अपनी शिकायत में कहा, ''अजय सिंह ने एक डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप दी थी, जो बाद में अमान्य और पुरानी करार दी गई। इसके बाद मैंने उनसे कई बार संपर्क किया और उनसे अनुरोध किया कि या तो वैध डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप प्रदान करें या सीधे शेयर स्थानांतरित करें। हालांकि, कोई बहाना लगाकर या किसी अन्य कारण से उन्होंने ''मुझे शेयर हस्तांतरित करने से इनकार कर दिया। सुशांत लोक की थाना प्रभारी  पूनम हुड्डा ने कहा, ''एफआईआर दर्ज कर ली गई है और हम तथ्यों की पुष्टि कर रहे हैं और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।''

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