सस्ते हो सकते हैं मोबाइल डाटा रिचार्ज, Jio को चुनौती देगी Vodafone Idea

अंबानी की Jio को चुनौती देने के लिए बेजोस लगाएंगे Vi पर दांव? इस डील से फिर सस्ते हो सकते हैं डेटा टैरिफ
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वोडाफोन-आइडिया में एक बार फिर कर्मचारियों की भर्तियां शुरू हो गई हैं। मई के आखिरी दिनों में Vi के शेयरों की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है। इस साल Vi के 4G सब्सक्राइबर्स में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।

मुंबई. वोडाफोन आइडिया की अमेजॉन के साथ नई डील से भारत में डाटा की कीमतें कम हो सकती है। भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में अब कंपटीशन बढ़ने के आसार हैं। अगस्त 2021 में भारत की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया बंद होने की कगार पर थी। Vi पर स्पेक्ट्रम फीस का 96,300 करोड़, AGR का करीब 61,000 करोड़ और बैंकों का करीब 21,000 करोड़ रुपए कर्ज बकाया था। कंपनी के पास इससे निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था।

वोडाफोन-आइडिया में एक बार फिर कर्मचारियों की भर्तियां शुरू हो गई हैं। मई के आखिरी दिनों में Vi के शेयरों की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है। इस साल Vi के 4G सब्सक्राइबर्स में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।

अमेजन की Vi के साथ जल्द ही 20 हजार करोड़ रुपए की इन्वेस्टमेंट डील हो सकती है। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक Vi को 10 हजार करोड़ कंपनी की हिस्सेदारी बेचकर और 10 हजार करोड़ रुपए कर्ज के तौर पर मिलेंगे।

23 मई 2022 को Vi के मैनेजिंग डायरेक्टर रविंदर टक्कर ने भी कहा था कि कंपनी 20 हजार करोड़ की डील के बहुत नजदीक है। टक्कर के मुताबिक ये निवेश कंपनी का भाग्य बदलकर उसे कॉम्पिटिशन में बनाए रख सकता है।

वोडाफोन-आइडिया ने अप्रैल में 4,500 करोड़ रुपए पहले ही जुटा लिए हैं। अगर अमेजन के साथ भी 20 हजार करोड़ की डील फाइनल होती है तो Vi पूरे दमखम से Jio और एयरटेल को चुनौती देने के लिए तैयार हो जाएगी।

इस डील की वजह से फिर सस्ते हो सकते हैं डेटा टैरिफ

2016 में जियो की लॉन्चिंग के वक्त भारत में 8 बड़ी टेलीकॉम कंपनियां थीं। जियो ने फ्री कॉलिंग और डेटा की स्ट्रैटेजी अपनाई, जिससे धीरे-धीरे मार्केट में कॉम्पिटिशन कम होता गया। 2017 में टेलीनॉर, 2018 में एयरसेल और 2019 में टाटा डोकोमो बंद हो गई। 2018 में वोडाफोन आइडिया मर्ज हो गईं।

मार्केट में कॉम्पिटिशन कम होने के बाद जियो ने टैरिफ रेट्स बढ़ाने शुरू कर दिए। अमेजन और Vi की डील के बाद एक बार फिर कॉम्पिटिशन बढ़ेगा। ज्यादा सब्सक्राइबर्स बढ़ाने की होड़ में डेटा टैरिफ के रेट कम किए जा सकते हैं।

अमेजन पिछले तीन साल से भारत के टेलीकॉम मार्केट में एंट्री मारने को बेताब है। 2020 में खबर आई थी कि भारती एयरटेल में अमेजन 2 अरब डॉलर का निवेश कर सकता है। इसके बाद मामले ठंडे बस्ते में चला गया।

इस बीच गूगल और फेसबुक ने मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो में 10.2 बिलियन डॉलर का निवेश किया। इस साल गूगल ने एयरटेल में भी 1 बिलियन डॉलर के निवेश करने की बात कही है।

दूसरी तरफ न वोडाफोन-आइडिया में न किसी बड़ी टेक कंपनी का निवेश मिला और न ही अमेजन किसी इंडियन टेलीकॉम कंपनी में निवेश कर सकी। इस दौरान दोनों कंपनियों के बीच बातचीत जारी रही। अगर अमेजन को भारत के बाजार में आना है तो Vi ही सबसे सटीक विकल्प दिखाई पड़ रहा है।

The Ken के मुताबिक अमेजन के क्लाउड सर्विस बिजनेस की नजरें Vi के देशभर में मौजूद डेटा सेंटर्स और फाइबर नेटवर्क्स हैं। फिलहाल अमेजन का मुंबई में सिर्फ एक डेटा सेंटर है। हैदराबाद में दूसरी ऐसी फैसिलिटी बन रही है। हालांकि, अमेजन टियर-2 शहरों में जाना चाहता है। फिलहाल वोडाफोन के पास देशभर में 70 ऐसे डेटा सेंटर्स हैं, जिनका इस्तेमाल अमेजन कर पाएगा।

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