अलकायदा चीफ अल-जवाहिरी की मौत पर भड़का अफगानिस्तान, जानें क्या कहा
![अल-जवाहिरी और जबीउल्लाह मुजाहिद](https://theinknews.com/static/c1e/client/96874/uploaded/0fa001657128157ed4f340075625c38d.webp)
नई दिल्ली - अमेरिका के ड्रोन हमले में अल-कायदा (Al-Qaeda) का मुखिया अल-जवाहिरी मारा गया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने दावा किया कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार की सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर एक हवाई हमले के दौरान अल-कायदा चीफ अल-जवाहिरी (Al-Zawahiri) को मार गिराया गया.
अमेरिका ने अफगानिस्तान (Afghanistan) के काबुल में एक खुफिया अटैक कर मोस्ट वांटेड (Most Wanted) आतंकी को मार गिराया. अमेरिका (America) ने काबुल के एक मकान की बालकनी में ड्रोन से दो मिसाइल दागी और अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को वहीं ढेर कर दिया. इस बात की पुष्टि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी की है.
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने टेलीविजन पर संबोधन के दौरान कहा कि इंसाफ हुआ है और आतंकी अब जिंदा नहीं बचा है. हालांकि इस ऑपरेशन से अफगानिस्तान बुरी तरह तिलमिला गया है. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इस अमेरिकी ऑपरेशन की कड़ी निंदा की है. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अमेरिकी कार्रवाई की आलोचना की है.
जबीउल्लाह ने काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले पर बयान जारी करते हुए कहा कि 1 अगस्त 2022 को काबुल सिटी के शेरपुर इलाके के रिहाइशी इलाके में हवाई हमला किया. पहले हमले के बारे में कुछ साफ-साफ नहीं पता चल पाया. लेकिन तालिबान सरकार की तरफ से सुरक्षा और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने जब इसकी पड़ताल की तो यह पाया कि यह हमला अमेरिकी ड्रोन ने किया था.
तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने आगे बताया कि तालिबान सरकार अमेरिकी ड्रोन हमले की कड़ी आलोचना करती है और यह साफतौर पर दोहा समझौता और अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों को उल्लंघन है. जबीउल्लाह ने आगे कहा कि ऐसी कार्रवाई अमेरिका, अफगानिस्तान और क्षेत्र के हितों के खिलाफ है और यह पिछले 20 सालों के विफल अनुभव की पुनरावृत्ति है.
जबीउल्लाह ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई के दोहराव से मौजूदा अवसरों को नुकसान पहुंचेगा. बता दें कि बाइडेन प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि काबुल में अल-कायदा चीफ को मार गिराया गया है. इसके साथ ही यह दावा किया कि इसमें किसी अन्य व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. परिवार के लोगों को इसमें निशाना नहीं बनाया गया और ना ही कोई क्षति पहुंची है.
सूत्रों के मुताबिक, भारत को पहले ही अलकायदा के मारे जाने की जानकारी थी. अमेरिकी प्रशासन सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी प्रशासन अल-जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि हो जाने के बाद जानकारी सार्वजनिक करना चाहता था. इसीलिए बयान जारी करने में इतना वक्त लग गया.