अफगानिस्तान ने लिया अल-जवाहिरी की मौत का बदला, पाकिस्तानी कमांडर सरफराज का हेलीकॉप्टर उड़ाया

अफगानिस्तान के हमले में मारा गया कमांडर सरफराज आईएसआई का खास था और डीजीएमआई भी रह चुका था.
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अयमान अल जवाहिरी
अफगानिस्तान के हमले में मारा गया कमांडर सरफराज ISI का खास था और DGMI भी रह चुका था. इस हमले में अफगानिस्तान का साथ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और दूसरे आतंकी संगठनों ने दिया है.

नई दिल्ली - अमेरिका (America) ने अलकायदा (Al-qaeda) के सरगना अयमान अल जवाहिरी (Al-Zawahiri) को आतंकवाद विरोधी अभियान (Anti Terrorist Mission) के तहत मार गिराया है. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) ने अपने लीडर का बदला देने के लिए आईएसआई (ISI) के करीबी कमांडर सरफराज का हेलीकॉप्टर (Helicopter) उड़ा दिया है.

अफगानिस्तान ने ये कार्रवाई तब की जब ये बात सामने आई कि अलजवाहिरी को मरवाने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. अफगानिस्तान के हमले में आईएसआई (ISI) के करीबी कमांडर सरफराज (Sarfaraz) की मौत हो गई है. सरफराज आईएसआई का खास था और डीजीएमआई भी रह चुका था.

इस हमले में अफगानिस्तान का साथ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और दूसरे आतंकी संगठनों ने दिया है. अलकायदा ने बलूच आतंकियों के साथ मिलकर हेलीकॉप्टर को निशाना बनाया है. इस घटना के बाद बलूचिस्तान मे पाक सेना में हडकंप मचा हुआ है क्योंकि सरफराज वही का कोर कंमाडर था. अफगानिस्तान के हमले में मारा गया कमांडर सरफराज ISI का खास था.

दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना ने बताया है कि सेना के लापता हेलिकॉप्टर का मलबा मिल गया है और इनमें सवार सभी छह अधिकारी और सैनिक मारे गए हैं. मारे गए अधिकारियों में 12 कॉर्प्स के कमांडर लेफ़्टिनेंट जनरल सरफ़राज़ अली भी थे. कहा जा रहा है कि अलजवाहिरी को मरवाने में पाकिस्तान का हाथ है और पाकिस्तान की सेना को अलजवाहिरी के हर मूवमेंट की खबर थी.

सूत्रों के मुताबिक ये जानकारी भी सामने आई है कि पाकिस्तान ने पैसे लेकर अलजवाहिरी को मरवाया है. अमेरिका से उसे तगड़ा फंड मिलने की बात की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा अमेरिका में कई लोगों के साथ संपर्क में थे. पाकिस्तान ने कुछ दिन पहले ही फंड की डिमांड की थी.

कहा जा रहा है कि अलकायदा के सरगना अलजवाहिरी को मारने के लिए अमेरिका ने पाकिस्तानी बेस का इस्तेमाल किया है. तो वहीं पाकिस्तानी सेना ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है कि इस कार्रवाई में पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं किया है. बता दें कि अमेरिका ने अलजवाहिरी को 31 जुलाई की सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर मार गिराया था.

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