चाइना ने ताइवान सीमा पर दागी मिसाइलें! भयंकर युद्ध की आशंका

दिल्ली. दुनिया अभी रूस और यूक्रेन के भयंकर युद्ध से उबरी भी नहीं थी कि एक और युद्ध का खतरा उत्पन्न हो गया है. नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से एक तरफ चीन आग बबूला है तो दूसरी तरफ पूरी दुनिया में युद्ध के डर से टेंशन पैदा हो गई है. चीन की आर्मी लगातार ताइवान की सीमा में अपना शक्ति प्रदर्शन कर रही है. इसी कड़ी में गुरूवार 4 अगस्त को चीन ने ताइवान स्ट्रेट जोन में मिसाइलें दागी हैं. ताइवान की सेना ने इसकी पुष्टि कर दी है. खबरों के मुताबिक ये मिसाइलें ताइवान स्ट्रेट जोन के एक आइलैंड मात्सु के आसपास दागी गई हैं. ताइवान की सीमा में चल रहे इस सैन्य अभ्यास में चीन ने कम से कम 10 नेवी शिप और बहुत से एयर फोर्स प्लेन्स का इस्तेमाल किया है.
रॉयटर्स ने ताइवान में अपने सूत्रों के हवाले से ख़बर चलाई है कि चीन के सैनिकों ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ करनी शुरू कर दी है. चीन के सरकारी मीडिया के मुताबिक ताइवान के आसपास लाइव-फायर अभ्यास और दूसरे सैन्य अभ्यास रविवार को दोपहर 12:00 बजे तक चलेंगे.
चीनी सरकारी मीडिया ने भी मिसाइल लॉन्च की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि पूर्वी थियेटर कमांड के रॉकेट फ़ोर्स ने ताइवान के पूर्वी किनारे पर मिसाइल दागे हैं. उन्होंने कहा कि उनका निशाना बिल्कुल सटीक था.चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने मिसाइल लॉन्च के वीडियो भी जारी किए हैं.
WATCH: PLA Eastern Theater Command Rocket Force launched conventional missiles to designated waters in the east of the island of Taiwan on Thu pic.twitter.com/WpFURLeN8X
— Global Times (@globaltimesnews) August 4, 2022
चीन की कार्रवाई के बाद अमेरिकी सेना ने ताइवान के दक्षिणपूर्व समुद्र में अपना युद्धपोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन भेजा है.नौसेना के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “यूएसएस रोनाल्ड रीगन और उसके स्ट्राइक ग्रुप फ़िलीपिंस के समुद्र में एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के समर्थन में नियमित पेट्रोल और सामान्य निर्धारित ऑपरेशन कर रहे हैं.”चीन के कार्रवाई के कारण ताइवान आने-जाने वाले 50 विमानों को रद्द कर दिया गया है. इसमें 26 ताओयान एयरपोर्ट से आने और 25 वहाँ से जाने वाले विमान शामिल हैं.चीन ने पेलोसी की यात्रा के बाद गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है. उसने ताइवान की सीमा के पास सैनिक अभ्यास भी शुरू किया है. चीन के कई जेट विमान लगातार ताइवान की वायु सीमा में भी घुस रहे हैं. पूरे घटनाक्रम के बाद दुनिया के सामने एक और भीषण युद्ध का खतरा उत्पन्न हो गया है.