‘प्रदर्शनकारियों ने की एंकरिंग’, श्रीलंका में प्रोटेस्ट के बीच दो सरकारी टीवी चैनलों का प्रसारण बंद

श्रीलंका में संकट के बीच रानिल विक्रमसिंघे के कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए जाने के बाद, वहां के दो सरकारी टीवी चैनल्स को ऑफ एयर कर दिया गया है.
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श्री लंका
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय चैनलों के ऑफिस से लाइव टेलीकास्ट भी किया. इस लाइव टेलीकास्ट के दौरान एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "जब तक संघर्ष खत्म नहीं हो जाता, श्रीलंका रूपवाहिनी सहयोग केवल जन अरगालय के कार्यक्रमों का प्रसारण करेगा."

नई दिल्ली - श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए जाने की घोषणा की गई. गुस्साए प्रदर्शनकारी देश के राष्ट्रीय टीवी चैनल्स के ऑफिस में घुस गए और वहां से एंकरिंग करनी शुरू कर दी. जिसके कारण वहां के दो राष्ट्रीय चैनल का प्रसारण ऑफ एयर कर दिया गया.

जानकारी अनुसार 'गो गोटा गो' के नारे लगाने वाले प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि उन्हें देश के चैनल से लाइव प्रसारण करने का मौका दिया जाए. जिसके चलते वहां रूपवाहिनी कॉर्पोरेशन और राज्य टीवी आईटीएन को ऑफ एयर कर दिया गया है. बता दें कि कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल सिंघे ने देश में आपातकाल की घोषणा कर रखी है.

देश में अधिक विरोध की आशंका और कुछ गो गोटा गो प्रदर्शनकारियों के लगातार उन्हें देश के टेलीविजन पर राष्ट्र को लाइव संबोधित करने की अनुमति देने की मांग के बाद 12 जुलाई की शाम को श्रीलंका की सेना को राज्य प्रसारक रूपवाहिनी कॉर्पोरेशन के ऑफिस के बाहर तैनात कर दिया गया था.

लेकिन बावजूद इसके प्रदर्शनकारी इन चैनल्स के दफ्तर पर काबिज हो ही गए और सरकार को इन टीवी चैनल्स का प्रसारण बंद करना पड़ा. श्रीलंका के राष्ट्रीय चैनल रूपवाहिनी कॉर्पोरेशन (Rupavahini Corporation) और राज्य टीवी आईटीएन ( TV ITN) को ऑफ एयर ( OFF AIR) कर दिए गए हैं. बता दें कि श्रीलंका में फिलहाल आपातकाल लागू किया गया है.

श्रीलंका में बीते दिनों हुए भारी विद्रोह प्रदर्शनों में प्रदर्शनकारियों राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की इस्तीफे की मांग की थी. इसके साथ ही उनकी मांग थी कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस्तीफा देने के बाद राजपक्षे और विक्रमसिंघे में से किसी को भी सत्ता को दोबारा आने का हक नहीं है, लेकिन रानिल विक्रमसिंघे के कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए जाने से उनका गुस्सा फूट पड़ा.

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय चैनलों के ऑफिस में धावा बोल दिया. इस दौरान प्रदर्शनाकारियों ने यहां से लाइव टेलीकास्ट भी किया. इस लाइव टेलीकास्ट के दौरान एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "जब तक संघर्ष खत्म नहीं हो जाता, श्रीलंका रूपवाहिनी सहयोग केवल जन अरगालय के कार्यक्रमों का प्रसारण करेगा." हालांकि इसके कुछ देर बाद ही नेशनल टीवी चैनल ऑफ-एयर कर दिया गया.

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