श्री लंका में ख़त्म हुआ पेट्रोल-डीजल, भारत की ओर किया रुख़

10 जुलाई तक जरूरी सेवाओं को छोड़कर अन्य चीजों के लिए ईंधन की सप्लाई बंद
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SRI LANKA
श्री लंका में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि हर 5 में से 4 आदमी सिर्फ एक वक्त का खाना ही खा पा रहा है.

नई दिल्ली - राजनीतिक वंशवाद(Political Nepotism) व भ्रष्टाचार(Corruption) के चलते अब तक कि सबसे बड़ी आर्थिक आपदा(Economic Crisis) झेल रहे पड़ोसी देश श्री लंका(Sri Lanka) में ईंधन आपूर्ति(Fuel Supply) ख़त्म होने की कगार पर है. जिसकी वजह से श्री लंका की सरकार ने 10 जुलाई तक सिर्फ अनिवार्य सेवाओं(Mandatory Services) के लिए पेट्रोल-डीज़ल जरूरी कर दिया है.

नए आदेशों के मुताबिक आम आदमी को 10 जुलाई तक ईंधन आपूर्ति नहीं की जाएगी. सिर्फ़ स्वास्थ्य(Health), कानून व्यवस्था(Law & Order), समुंद्री व्यापार(Sea Trade), भोजन और कृषि सेवाओं(AgricultureAnd Food Services) को ही ईंधन सप्लाई किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आज रात से अनिवार्य सेवाओं के अलावा अन्य किसी को भी पेट्रोल-डीजल की सप्लाई नहीं की जाएगी, क्योंकि सरकार अपने जरूरी सेवाओं के लिए पेट्रोल-डीज़ल को स्टोर करना चाहती है.

नए सरकारी आदेश के मुताबिक श्री लंका में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे और प्राइवेट ऑफिस(Private Offices) के कर्मचारियों को घर से काम यानी वर्क फ्रॉम होम(Work From Home) करने को कहा गया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि 2.2 करोड़ जनसंख्या वाले किसी देश मे इस क़दर ईंधन संकट पैदा हो गया हो. श्री लंका 1948 में आजादी के बाद सबसे भीषण आर्थिक संकट से गुजर रहा है. विदेशी मुद्रा भंडार(Foreign Exchange Reserves) की कमी के चलते उसे खाने की चीजें, दवाएं और अन्य जरूरी वस्तुओं का इम्पोर्ट(Import) करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में लोक प्रशासन मंत्रालय(Ministry Of Public Administration) ने सभी पब्लिक इंस्टिट्यूटस(Public Institutes) और लोकल बॉडीज़(Local Bodies) को ईंधन की कमी के चलते अपना काम-काज कम से कम करने को कहा था. अभी मंत्रालय के ताजा आदेशों में कहा गया है कि सार्वजनिक वाहनों की कमी और निजी वाहनों की अनुपलब्धता(Unavailability Of Private Vehicles) के चलते ऑफिस के कामों के लिए कम से कम कर्मचारियों को ऑफिस बुलाया जाए.

यह आदेश ऐसे समय आया है जब सयुंक्त राष्ट्र(United Nations) ने श्री लंका में अपना इमरजेंसी ऑपरेशन(Emergency Operation) शुरू किया है. श्री लंका में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि हर 5 में से 4 आदमी सिर्फ एक वक्त का खाना ही खा पा रहा है. हालांकि विश्व खाद्य कार्यक्रम(World Food Program) का कहना है कि उसने श्री लंका की राजधानी कोलोंबो(Colombo) में ही करीब 2 हज़ार गर्भवती महिलाओं को खाद्य पैकेट वितरित करने का काम शुरू किया है.

भारत की ओर किया रुख

अंतरराष्ट्रीय कम्पनियों से ईंधन की सप्लाई बंद होने के बाद श्री लंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरगोडा(Sri Lanka's High Commissioner Melinda Morgoda) ने सोमवार को भारतीय पेट्रोलियम मंत्री(Petroleum Minister) हरदीप सिंह पूरी(Hardeep Singh Puri) के साथ श्री लंका की तत्काल ऊर्जा आवश्यकताओं के बारे में चर्चा की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मोरगोडा ने पेट्रोलियम मंत्री को मुश्किल चुनौतियों के बारे में जानकारी दी, जिससे फिलहाल श्री लंका के लोग गुजर रहे हैं.

उन्होंने भारत सरकार को बताया कि श्री लंका पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स(Petroleum Products) की आपूर्ति व वितरण के संबंध में मुश्किलों का सामना कर रहा है. ईंधन की सप्लाई को पुख्ता रखने के लिए भारत द्वारा ऋण देने के लिए भारत को धन्यवाद देते हुए मोरगोडा ने हरदीप सिंह पूरी के साथ 'तत्काल आधार पर आवश्यक पेट्रोल व डीज़ल आपूर्ति हासिल करने की संभावना' पर चर्चा की. बातचीत में पेट्रोलियम मंत्री ने श्री लंका को हर संभव समर्थम देने का आश्वासन दिया.

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