किसानों के लिए खुशखबरी! हिसार के टीटीसी सेंटर में खुलेगा ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर, फ़टाफ़ट से जानिए क्या होंगे फ़ायदे

ड्रोन से कीटनाशक दवा के छिड़काव करने से 10 से 20 गुणा समय की बचत होगी
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DRONE
टीटीसी के निदेशक मुकेश जैन(TTC director Mukesh Jain) ने बताया कि ड्रोन से खेती करने से किसानी आसान हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए सेंटर के अधिकारी व कर्मचारी गांवों में जाकर किसानों को जागरूक करे रहे हैं।

हिसार: हिसार(Hisar) को जल्द ही एक और सौगात मिलने वाली है। जिले के ट्रैक्टर ट्रेनिंग सेंटर(Tractor Training Center) में जल्द ही देश का पहला ड्रोन टेस्टिंग सेंटर(Drone Testing Centre) खुलने जा रहा है। विभागीय अधिकारियों(Departmental Officers) ने इसको लेकर हरि झंडी दे दी है। बताया जा रहा है कि इसके स्थापित होने के बाद हिसार में देशभर में तैयार ड्रोन को सर्टिफाइजेशन सर्टिफिकेट(Drone Certifization Certificate) दिया जाएगा यानी टीटीसी कि रिपोर्ट के आधार पर देशभर में कम्पनियां ड्रोन का निर्माण और बिक्रियां कर सकेंगी। 

किसानों को खेती में ड्रोन के फायदे बताए जाएंगे

बताया जा रहा है कि जल्द ही टीटीसी में ड्रोन सेंटर(Drone Center) के लिए विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष ट्रेनिंग(Special Training) दी जाएगी। यहीं नहीं सेंटर के अधिकारी  किसानों को भी ड्रोन से खेती करने के फायदे के बारे में बताएंगे। किसानों को ड्रोन की मदद से कीटनाशक का छिड़काव(Pesticide Spraying) करने के बारे में भी बताया जाएगा। टीटीसी के अधिकारियों का कहना है कि इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं। जल्द ही सेंटर स्थापित होने की संभावना है।

सेंटर स्थापित होने के बाद यहां वैज्ञानिक और टेस्टिंग कर्मचारियों(Scientist and Testing Employees) का कार्य शुरू होगा। इसके बाद यदि किसी कंपनी को ड्रोन की बिक्री करनी है तो उसे हिसार के सेंटर से सर्टिफाइड कराना होगा। यदि सेंटर में ड्रोन रिजेक्ट हो जाता है तो उसकी बिक्री नहीं कि जा सकेगी।

सांप के काटने का खतरा भी होगा कम

टीटीसी के निदेशक मुकेश जैन(TTC director Mukesh Jain) ने बताया कि ड्रोन से खेती करने से किसानी आसान हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए सेंटर के अधिकारी व कर्मचारी गांवों में जाकर किसानों को जागरूक करे रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को बताया जा रहा है कि ड्रोन से खेती करना थोड़ा महंगा जरूर है लेकिन इससे सांप के काटने से लेकर अन्य खतरों पर अंकुश लगाया जा सकता है। विभिन्न खतरों से किसानों की हो रही मौतें भी कम होंगी।

फिलहाल फसलों में कीटनाशक दवा के छिड़काव हैंड स्प्रिंग मशीन(Hand Spring Machine) व ट्रैकर स्प्रे मशीन(Tractor Spraying Machine) से किया जाता है। ऐसे में जिस तरफ से स्प्रे किया जाता है उसी दिशा में ही फसलों में दवा पहुंचती है। 

ड्रोन से होने वाले मुख्य लाभ

◆ ड्रोन के जरिये कीटनाशक दवा के छिड़काव से कोई
    नुकसान नहीं होगा।

◆ ड्रोन से छिड़काव करने से 10 से 20 गुणा समय की 
    बचत होगी।

◆ एक एकड़ जमीन पर केवल 30 एमएल पानी व दवा
   की जरूरत होगी।

◆ एक चौथाई कीटनाशक में ही 1 एकड़ में छिड़काव
    जाएगा।

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