अब बारिश ना होने के पीछे भी पाकिस्तान का हाथ...

इंद्र देवता हरियाणा की बजाय पाकिस्तान में हुए मेहरबान
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MANSOON
पूर्वानुमान के अनुसार 6 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी. जारी की गई थी लेकिन सिस्टम के बदलने से अरब सागर की तरफ से आ रही नमी वाली हवाएं गुजरात व राजस्थान से होते ही पाकिस्तान में चली गई हैं

चंडीगढ़ - दक्षिण-पश्चिमी(South-Western Monsoon) मॉनसून ने देश मे एंट्री कर ली है. देश के कई राज्यों में मॉनसून ने गर्मी से राहत दी है. लेकिन हरियाणा का एक हिस्सा अभी भी मॉनसून की बारिश का इंतजार कर रहा है. हरियाणा का दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र बारिश से अछूता है. आए दिन मौसम विभाग(Meteorological Department) की तरफ से जारी पूर्वानुमान भी विफल साबित हो रहा है लेकिन अब मौसम विभाग(Weather Forecast) ने नए तथ्य जारी किए हैं.

मौसम विभाग ने बताया है कि हरियाणा के हिस्से की बारिश पड़ोसी पाकिस्तान में हो रही है. पूर्वानुमान के अनुसार 6 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी लेकिन सिस्टम के बदलने से अरब सागर की तरफ से आ रही नमी वाली हवाएं गुजरात व राजस्थान से होते ही पाकिस्तान में चली गई हैं जिससे हरियाणा के दक्षिण-पश्चिम में बारिश नही हो रही है. मौसम विभाग ने  इन हवाओं का पाकिस्तान की तरफ़ मुड़ने की वजह पाकिस्तान में बना कम दबाव का एक क्षेत्र बताया है. जिससे हवाओं की मूवमेंट पाकिस्तान की तरफ़ हो गया और वहां जम कर बारिश हुई है.

पाकिस्तान में इस वजह से हुई हरियाणा के हिस्से की बारिश

हिसार के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय(Haryana Agriculture University) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग(Agricultural Meteorological Department) के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़( Dr. Madan Khichad) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी(Bay of Bangal) की तरफ से नमी भरी हवाओं के उत्तराखंड की तरफ से आने से हरियाणा के उत्तर क्षेत्र(North Region) के जिलों यमुनानगर(Yamunanagar), अंबाला(Ambala), पंचकुला-चंडीगढ़(Panchkula-Chandigrah), कुरूक्षेत्र, करनाल जिलों में छह जुलाई से आठ जुलाई के दौरान कहीं कहीं हल्की से मध्यम तथा कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश हुई. लेकिन प्रदेश के अन्य क्षेत्रों दक्षिण व पश्चिमी क्षेत्र के जिलों में इस दौरान दिए गए मौसम पूर्वानुमान अनुसार बारिश नहीं हुई.

डा. मदन खिचड़ आगे बताते हैं कि मॉनसून टर्फ(मैदान) जैसलमेर कोटा, जबलपुर, कलिंगापट्नम से होता हुआ बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है, जिससे बंगाल की खाड़ी की तरफ से मानसूनी हवा आने तथा दक्षिण पश्चिमी राजस्थान पर एक साईक्लोनिक सरकुलेशन(Cyclone Circulation) बनने से अरब सागर(Arabian Sea) की तरफ से नमी वाली हवा राज्य की तरफ आने की संभावना के चलते 9 जुलाई रात्रि से 11 जुलाई के दौरान तेज हवाओं व गरजचमक के साथ राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है. इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज वर्षा होने की भी संभावना है.

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