फ्लिपकार्ट की कंपनी पर साइबर अटैक, यूजर्स को पासवर्ड रीसेट करने की सलाह

कंपनी  हैकर्स के खिलाफ करेगी कानूनी कार्रवाई 
 

ग्राहकों को भेजे गए ईमेल में क्लियरट्रिप ने कहा, आपको सूचित किया जाता है कि सुरक्षा में सेंधमारी हुई है और हैकर की पहुंच क्लियरट्रिप के इंटरनल सिस्टम तक हो गई है। कंपनी ने ईमेल में कहा है कि इस डेटा लीक में यूजर्स की केवल प्रोफाइल की जानकारी लीक हुई है।

नई दिल्ली-  क्लियर टिप ने किसी यूजर्स के प्राइवेट डेटा लीक से इनकार कर दिया है। कंपनी ने कहा है कि वह हैकर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। कंपनी एहतियातन तौर पर यूजर्स को पासवर्ड रीसेट करने की सलाह दी है। क्लियरट्रिप के इस डेटा लीक के बारे में सिक्योरिटी रिसर्चर सनी नेहरा ने जानकारी दी है। लीक डेटा को जून में भी डार्क वेब पर लिस्ट किया गया था, यानी यह साइबर अटैक काफी पहले हुआ है।

 

 

 

 


फ्लिपकार्ट की कंपनी क्लियरट्रिप पर बड़ा साइबर अटैक हुआ है। हैकर्स ने डेटा का डार्क वेब में मौजूद होने के दावा किया है। जिसके बाद भारत के पॉपुलर ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म में से एक क्लियरट्रिप ने डेटा ब्रीच के मामले को मान लिया है और अपने ग्राहकों को ई-मेल के जरिए जानकारी दी है। कंपनी ने हैकर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही है। 

ग्राहकों को भेजे गए एक ईमेल में क्लियरट्रिप ने कहा,"आपको सूचित किया जाता है कि सुरक्षा में सेंधमारी हुई है और हैकर की पहुंच क्लियरट्रिप के इंटरनल सिस्टम तक हो गई है।" कंपनी ने ईमेल में कहा है कि इस डेटा लीक में यूजर्स की केवल प्रोफाइल की जानकारी लीक हुई है।

 


 


नेहरा के ट्वीट के मुताबिक लीक डेटा में ग्राहकों की पूरी जानकारी से लेकर कंपनी की कमाई तक की पूरी जानकारी है। लीक डेटा में GST की फाइलें भी हैं। ऐसे में कंपनी की सिक्योरिटी पर बड़ा सवाल खड़ा होता है।सनी नेहरा के मुताबिक हैकर्स इस डेटा को डार्क वेब के जरिए बेच भी रहे हैं, हालांकि कीमत के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। नेहरा के मुताबिक ऐसा लगता है कि हैकर के पास क्लियरट्रिप का पूरा डेटा पहुंच गया है। बता दें कि इससे पहले 2017 में भी क्लियरट्रिप पर साइबर अटैक हुआ था।