ईरान ने अपने सैन्य कमांडर की हत्या पर क्या कहा, क्या है इसमें भारतीय कनेक्शन

ईरान के सैन्य कमांडर की हत्या ईरान ने किससे कहा 'बदला जरूर लेंगें', जानिए क्या है मामला
 
इस्लामिक रिवॉल्युशनरी गार्ड के प्रमुख मेजर जनरल हुसैन सलामी कर्नल हसन सैय्यद के परिवार वालों से मिलने गए थे। इसी दौरान उन्होंने कहा, ''हमारे शहीद की हत्या यहूदीवादियों ने की है। हम अपने दुश्मन से इसका बदला ज़रूर लेंगे। दुश्मन महीनों और सालों से व्हाइट हाउस के अलावा तेल अवीव से रणनीति बना रहे थे।''

दिल्ली: बीते दिनों ईरान के एक सीनियर सैन्य अधिकारी की हत्या पर इजरायल और ईरान में तनाव बढ़ा हुआ है। इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कोर के प्रमुख ने अपने कमांडर की हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है। उन्होंने अपने एक भाषण में कमांडर की हत्या का जिम्मेदार यहूदीवाद को बताया है।

पिछले हफ़्ते तेहरान की ईरानी कमांडर की हत्या के बाद इजरायल ने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। खबरों के मुताबिक इसराइल ने ईरानी मिसाइल और ड्रोन के हमले की आशंका में हवाई सुरक्षा कड़ी कर दी है।

क्या है मामला।

हाल ही में दक्षिणी तेहारान में कर्नल हसन सैय्यद ख़ोदाएई को घर जाते वक्त उन्हीं की कार में मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात बंदूकधारियों ने पाँच बार गोली मारी थी, गोलीबारी में उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी। ईरान ने अपने सैन्य कमांडर की हत्या का जिम्मेदार इजराइल को बताया है।

इस्लामिक रिवॉल्युशनरी गार्ड के प्रमुख मेजर जनरल हुसैन सलामी कर्नल हसन सैय्यद के परिवार वालों से मिलने गए थे। इसी दौरान उन्होंने कहा, ''हमारे शहीद की हत्या यहूदीवादियों ने की है। हम अपने दुश्मन से इसका बदला ज़रूर लेंगे। दुश्मन महीनों और सालों से व्हाइट हाउस के अलावा तेल अवीव से रणनीति बना रहे थे।'' गार्ड के प्रमुख ने कहा, ''इस शहीद की वीरता बहुत शानदार थी इसलिए दुश्मन इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं।''

ईरान की विपक्षी मीडिया ने  सैय्यद को बताया हत्यारा

इसके बाद ईरान की विपक्षी मीडिया ने कहा था कि भारत मे 2012 में हुए इजरायली राजनयिक पर जिसमे उनकी पत्नी व ड्राइवर घायल हुए थे, उस हमले में कर्नल हसन सैय्यद का हाथ था। इसके अलावा इजराइल के अखबारों ने ईरान के विपक्षी मीडिया संस्थान ईरान इंटरनेशनल के हवाले से लिखा कि दुनियाभर में यहूदियों की अपहरण और हत्याओं के पीछे सैय्यद का हाथ था। वो इन हमलों के लिए ड्रग्स डीलर्स व अन्य अपराधियों की भर्ती करते थे।

ईरानी राष्ट्रपति ने बदला लेने के निर्देश दिए।

अपने सीनियर कमांडर सैय्यद खोदाएई की मौत के बाद ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने सोमवार को सुरक्षा और ख़ुफ़िया बलों को निर्देश दिया है कि इस हत्या के पीछे कौन शामिल है, उसका पता लगाया जाए।

उन्होंने कहा है, "मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस महान शहीद के पवित्र खून का अपराधियों से बदला नहीं लिया जाएगा"
 
क्या है दिल्ली में धमाके की कहानी।

नई दिल्ली के इलाक़े में 13 फ़रवरी 2012 को एक कार में धमाका हुआ था। बताया जाता है कि इस धमाके को एक ईरानी नागरिक ने अंजाम दिया था।

एक भारतीय सैन्य अधिकारी ने बताया, "उसने हमले से कई महीनों पहले भारत का दौरा किया था ताकि ज़मीनी काम किया जा सके। इसके बाद जनवरी 2012 में वो वापस भारत लौट आया और फिर 13 फ़रवरी को हमले को अंजाम देकर उसी दिन देश से बाहर निकल गया।"

अधिकारी के मुताबिक़,  दिल्ली के करोल बाग़ के हाई फ़ाइव होटल के कमरा नंबर 305 में वो ईरानी नागरिक रह रहा था और फ़ॉरेंसिक अधिकारियों को बम बनाने के पदार्थ कमरे की छत पर मिले थे।