15 दिन की बच्ची को 4.5 लाख में बेचने की फिराक में थीं दो महिलाएं, पकड़ी गईं

'बच्ची की देखभाल एक हफ्ते से मैं ही कर रही थी. और फर्नांडिज एजेंट के तौर पर काम करती है'
 
सूचना मिलने के बाद हमने एक महिला कांस्टेबल और पुरुष पुलिस अधिकारी की टीम बनाई.  फिर उन्हें माता-पिता होने का नाटक करते हुए आरोपी से संपर्क किया और कहा वो एक नवजात बच्ची को गोद लेना चाहते हैं. फोन पर बातचीत होने के बाद आरोपी सायन कोलीवाड़ा के एक नर्सिंग होम में उनसे मिलने के लिए तैयार हो गए.

मुंबई - मुंबई पुलिस ने दो महिलाओं को 15 दिन की बच्ची को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है. सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्सेज अथॉरिटी(Central Adoption Resources Authority) के एक मेंबर को शिकायत मिली थी कि दो महिलाएं बच्ची के लिए खरीदार ढूंढ रही हैं. सीएआरए(CARA) के मेंबर ने पुलिस को मामले की जानकारी दी, इसके बाद पुलिस ने बच्ची को खरीदने का झांसा महिलाओं को दिया. जब महिलाएं जब सौदे के लिए सामने आईं तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी महिलाएं मुंबई(Mumbai) के गोवंडी के शिवाजी नगर में रहती हैं. जिनकी पहचान जूलिया फर्नांडीज(Julia Fernandez) और शबाना शेख(Shabana Sheikh) के रूप में हुई है. मामले की जांच से जुड़े  पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुणे में एक कपल को बच्चा एडॉप्ट करना था. इसके लिए उन्होंने कुछ महीनों पहले एक एडॉप्शन सेंटर(Adoption Centre) से डील की. उन्होंने एडॉप्शन के लिए अप्लाई भी किया. जिसके बाद उनके फोन पर मैसेज आया. इस मैसेज में कहा गया कि उन्हें एडॉप्शन की औपचारिकता(Formalities) के बिना ही 4.5 लाख रुपये में बच्चा मिल जाएगा. मैसेज में कहा गया कि अगर उन्हें बच्चा चाहिए तो दिए नंबर पर बात करें.

जानकारी के मुताबिक इसके बाद कपल ने पुणे में एडॉप्शन के एक मेंबर को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद उन्होंने पुणे(Pune) के वीमेन एंड चाइल्ड वेलफेयर कमिश्नर(Women And Child Welfare Commissioner) से संपर्क किया. जिससे जांच में पता चला कि मैसेज मुंबई से किये गए थे. 

इस मामले में इंस्पेक्टर मनोज सुतार ने कहा, "सूचना मिलने के बाद हमने एक महिला कांस्टेबल और पुरुष पुलिस अधिकारी की टीम बनाई.  फिर उन्हें माता-पिता होने का नाटक करते हुए आरोपी से संपर्क किया और कहा वो एक नवजात बच्ची को गोद लेना चाहते हैं. फोन पर बातचीत होने के बाद आरोपी सायन कोलीवाड़ा के एक नर्सिंग होम(Nursing Home) में उनसे मिलने के लिए तैयार हो गए. आरोपी ने 4.5 लाख रुपये की मांग की. और उसने कहा वो बच्ची के माता-पिता को 4 लाख रुपये देगी और 50 हज़ार खुद रखेगी. इसके बाद पुलिस अधिकारी सायन कोलीवाड़ा स्थित नर्सिंग होम गए और जब आरोपी ने बच्चे को पुलिसकर्मियों को सौंपा तो हमने शबाना और फर्नांडीज को पकड़ लिया."

पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी महिलाओं ने बताया कि बच्ची का जन्म दिल्ली में हुआ था और बच्ची के माता-पिता ने एक हफ्ते पहले बच्ची को बेचने के लिए उन्हें दिया था. पुलिस को शबाना ने बताया,"बच्ची की देखभाल एक हफ्ते से मैं ही कर रही थी. और फर्नांडिज एजेंट के तौर पर काम करती है." पुलिस के मुताबिक आरोपी फर्नांडीज के खिलाफ मुंबई के दो और पुलिस स्टेशनों में इसी तरह के मामले दर्ज हैं.