बालसमंद के किसान मुआवजे की मांग को लेकर आज डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के आवास का घेराव करेंगे

20 गांवों का 37 करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग, मुआवजे की मांग को लेकर धरनारत है किसान 

 
डिप्टी स्पीकर की ओर से किसानों को बातचीत का न्योता दिया गया है। परंतु किसानों ने घेराव का फैसला नहीं टाला। खरीफ-2021 के दौरान बारिश, जलभराव और सफेद मक्खी से फसलों के नुकसान की एवज में जिले के लिए 172 करोड़ 32 लाख 21 हजार रुपये की मुआवजा राशि जारी की गई है। बालसंमद तहसील के करीब 20 गांवों के किसान वर्ष 2020 खरीफ का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।   

हिसार- किसान सुबह 11:00 बजे राजगढ़ रोड़,हिसार पर नहर के पुल के पास इक्ट्‌ठा होंगे। बालसमंद तहसील के किसानों ने लंबे आंदोलन के बाद खरीफ 2020 की स्पेशल गिरदावरी की गई थी। अधिकारियों ने इसमें कोई नुकसान नहीं दिखाते हुए किसानों के साथ सौतेला रवैया किया है। हालांकि डिप्टी स्पीकर की ओर से किसानों को बातचीत का न्योता दिया गया है। परंतु किसानों ने घेराव का फैसला नहीं टाला। खरीफ-2021 के दौरान बारिश, जलभराव और सफेद मक्खी से फसलों के नुकसान की एवज में जिले के लिए 172 करोड़ 32 लाख 21 हजार रुपये की मुआवजा राशि जारी की गई है।

 

 

बालसंमद तहसील के करीब 20 गांवों के किसान वर्ष 2020 खरीफ का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।   बालसमंद और नारनौंद क्षेत्र के किसानों ने मुआवजा न मिलने पर विरोध जताया है। पूर्व वित्तमंत्री संपत सिंह ने मुआवजा में भेदभाव का आरोप लगाया है।  किसानों का कहना है कि यह मुआवजा 37 करोड़ रुपये बनता है। किसानों का यह धरना बालसमंद तहसील में 65 दिन चला।वहीं  किसान नेताओं न कहा- गठबंधन सरकार ने कदम-कदम पर किसान विरोधी होने का परिचय दिया है। मुआवजे के आवंटन में किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। बालसमंद व खेड़ी चौपटा के किसानों को अभी तक फसलों का मुआवजा से वंचित कर दिया गया है। 

किसानों ने डिप्टी स्पीकर को कहा था कि यदि सरकार ने मुआवजा न दिया तो वे उसके आवास का घेराव करेंगे।  डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने खुद धरना स्थल पर आकर 10 दिनों में खाते में मुआवजे के पैसे आने का वादा किया था अभी तक कोई पैसा नहीं आया है। वादाखिलाफी के खिलाफ डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की कोठी का घेराव बालसमंद धरना कमेटी की तरफ से किया जाएगा।