राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय पर एबीवीपी ने फहराया अपना भगवा झंडा, मामला दर्ज

छात्र नेताओं ने कुलपति सचिवालय पर फहराया एबीवीपी का भगवा झंडा
 
एबीवीपी छात्र नेताओं ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल छात्र नेताओं का कहना है कि वे अपनी कुछ मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन कुलपति की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया है. छात्रों ने बताया कि उनकी 11 सूत्री मांगों में प्रमुख रूप से महाराजा कॉलेज की जमीन के अधिग्रहण को लेकर है. इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा. वहीं हाल ही में भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष की नियुक्ति पर भी छात्र नेताओं ने सवाल उठाए. छात्र नेताओं ने परीक्षा परिणामों में गड़बड़ियों का भी आरोप लगाया.

जयपुर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की ओर से 11 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन किया गया. गुरुवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी छात्र नेताओं ने कुलपति सचिवालय पर एबीवीपी का झंडा फहरा (ABVP flag hoisted on Raj University) दिया. 

एबीवीपी छात्र नेताओं ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल छात्र नेताओं का कहना है कि वे अपनी कुछ मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन कुलपति की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया है. छात्रों ने बताया कि उनकी 11 सूत्री मांगों में प्रमुख रूप से महाराजा कॉलेज की जमीन के अधिग्रहण को लेकर है. इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा. वहीं हाल ही में भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष की नियुक्ति पर भी छात्र नेताओं ने सवाल उठाए. छात्र नेताओं ने परीक्षा परिणामों में गड़बड़ियों का भी आरोप लगाया.

हड़तालइस दौरान छात्रों ने जब विश्वविद्यालय के गेट से बाहर जाने की कोशिश की, तो पुलिस ने छात्रों को गेट के अंदर ही रोक दिया गया. जिसके बाद छात्र नेताओं ने रैली निकालकर कुलपति सचिवालय का घेराव किया. घेराव के दौरान कुछ छात्र कुलपति सचिवालय के पीछे वाले गेट का ताला तोड़ सचिवालय की छत पर पहुंच गए. उन्होंने छत पर एबीवीपी का झंडा फहरा दिया. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने बल प्रयोग कर छात्रों को नीचे उतार दिया. नीचे उतरने के बाद छात्रों ने करीब 1 घंटे तक कुलपति सचिवालय के बाहर धरना दिया. साथ ही चेतावनी दी की अगर जल्द ही मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.