पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा - 100 साल पहले मेरे पिता को भी स्कूल में पानी पीने से रोका गया था

आज एक 9 साल के एक बच्चे को इसी कारण से मार दिया गया - मीरा कुमार
 
राजस्थान के जालोर जिले के सायला पुलिस स्टेशन एरिया के सुराणा गांव में बीती 20 जुलाई को एक प्राइवेट स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी क्लास के दलित छात्र इंद्र मेघवाल ने उस मटके से पानी पी लिया था जिससे सभी टीचर पानी पीते थे. जिससे क्रोधित होकर एक टीचर छैल सिंह ने उसे इतनी बुरी तरह से पीट दिया. जिससे बच्चे की आंख और कान की नस फट गई.

नई दिल्ली - हाल ही में राजस्थान के जालौर जिले में एक 9 साल के दलित बच्चे की मौत के बाद जातिवाद और छुआछूत का मुद्दा फिर से देश की केंद्रीय राजनीति में आ गया है. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार(Former Loksabha Speaker Meera Kumar) ने अपने पिता बाबू जगजीवन राम से जुड़ा एक किस्सा ट्विटर पर साझा किया है. 

उन्होंने कहा," 100 साल पहले मेरे पिता बाबू जगजीवन राम को स्कूल में स्वर्ण हिंदुओं के लिए रखे मटके से पानी पीने से रोक दिया था. उनका जीवन बचना एक चमत्कार था." 

जानकारी के मुताबिक बच्चे की हालत को देखते हुए जालोर जिला अस्पताल से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया लेकिन हालत में सुधार न होने के चलते उसे इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाया गया था जहां कई दिनों के लंबे इलाज के बाद बच्चे ने शनिवार,13 अगस्त को दम तोड़ दिया. 

बता दें कि बाबू जगजीवन राम डॉ आंबेडकर के समांतर कांग्रेस पार्टी में रहे. उन्हें डॉ आंबेडकर के साथ ही सामाजिक न्याय और समाज के हाशिये पर पड़े लोगों के सबसे बड़े मसीहा के तौर पर देखा जाता है. बाबु जगजीवन राम देश के पहले दलित उपप्रधानमंत्री बने थे.