महंगाई पर चर्चा होगी लोकसभा में भागिएगा मत, कांग्रेस का बीजेपी पर वार

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार को एक मुद्दा मिल गया, उस पर खेल रही है, ताकि महंगाई और बेरोजगारी को लेकर सवाल ना पूछे जाएं
 
अलका लांबा ने कहा, “आप मुद्दे को खत्म होने नहीं देना चाहते क्योंकि अगर ये विवाद खत्म होगा तो महंगाई और बेरोजगारी पर आपको चर्चा करनी पड़ेगी। अब एक विवाद मिल गया है उस पर खेल रहे हैं। लंबा चलाईए विवाद को, ताकि सवाल पूछे ना जाएं और सरकार को शर्मिंदा ना होना पड़े।”

दिल्ली. राष्ट्रपत्नी विवाद पर हो रही एक टीवी डिबेट में राजनीतिक विश्लेषक अजय आलोक और कांग्रेस नेता अलका लांबा के बीच जमकर बहस हो गई। जहां अजय आलोक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस मुद्दे को खत्म ही नहीं करना चाह रही है। तो वहीं, अलका लांबा ने कहा कि आप लोग मुद्दे को खींच रहे हैं, ताकि महंगाई के मुद्दे से सरकार बच जाए। 

अलका लांबा ने कहा, “आप मुद्दे को खत्म होने नहीं देना चाहते क्योंकि अगर ये विवाद खत्म होगा तो महंगाई और बेरोजगारी पर आपको चर्चा करनी पड़ेगी। अब एक विवाद मिल गया है उस पर खेल रहे हैं। लंबा चलाईए विवाद को, ताकि सवाल पूछे ना जाएं और सरकार को शर्मिंदा ना होना पड़े।”

इस पर अजय आलोक ने कहा कि मंहगाई पर सोमवार को सदन में जब चर्चा होगी तो भागिएगा मत। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपत्नी विवाद में अगर कल ही माफी मांग लेते तो ये मुद्दा तभी खत्म हो जाता, लेकिन कांग्रेस यह मुद्दा खत्म होने नहीं देना चाहती है।अलका लांबा ने कहा, “राष्ट्रपति जी से समय मांगा गया है और आज उन्होंने स्मृति ईरानी को समय दिया, वो अधीर रंजन जी को भी समय देंगी।” उन्होंने कहा कि अधीर राष्ट्रपति से माफी मांगेंगे और उनका दिल बड़ा हो वो गलती नहीं करेंगे। कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि अधीर रंजन ने अपनी गलती मानी है और गलती मानकर माफी मांगना वो बड़ी बात है, लेकिन भाजपा के नेता बार-बार अपनी गलती को दोहराते हैं।

बता दें कि, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे अधीर रंजन चौधरी ने एक निजी चैनल से बात करते हुए राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू को “राष्ट्रपत्नी” कह दिया था। इसके बाद बीजेपी आक्रोश में आ गई और कांग्रेस नेता एवं सोनिया गांधी से माफी की मांग करने लगी। इसे लेकर गुरुवार को सदन में बीजेपी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान सोनिया गांधी का नाम आने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी और स्मृति ईरानी और कांग्रेस अध्यक्ष के बीच भी तीखी नोकझोंक हुई। वहीं, शुक्रवार को अधीर रंजन ने अशोभनीय टिप्पणी के लिए राष्ट्रपति से माफी मांगी और कहा कि उनका कहने का ऐसा मतलब नहीं था, उनकी जुबान फिसल गई थी।