आरजेडी और जदयू की नई सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार आज 

बिहार बीजेपी कोर कमेटी की दिल्ली में बैठक, तेज प्रताप भी बन सकते हैं मंत्री
 
हाल ही में जदयू ने भाजपा नीत राजग से नाता तोड़ लिया था और महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए राजद, कांग्रेस और कुछ अन्य दलों में शामिल हो गए थे । बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के शामिल रहने की संभावना है। 

पटना- आज सुबह 11.30 बजे राजभवन  में समारोह के दौरान नई सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होगा।। बिहार मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत कुल 36 मंत्री हो सकते हैं। वहीं अटकलें लगाईं जा रही है कि आमंत्रित लोगों में राजद (राष्ट्रीय जनता दल) सुप्रीमो लालू प्रसाद भी शामिल होंगे। आरजेडी और जदयू की नई सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार आज  किया जाएगा। पिछले हफ्ते जदयू ने भाजपा नीत राजग से नाता तोड़ लिया था और महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए राजद, कांग्रेस और कुछ अन्य दलों से हाथ मिला लिया था। इसके बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने बुधवार को शपथ ली थी।  वहीं, कहा जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल में एक बार फिर तेज प्रताप यादव को मंत्री बनाया जा सकता है। 

नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने बुधवार को शपथ ली थी। हाल ही में जदयू ने भाजपा नीत राजग से नाता तोड़ लिया था और महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए राजद, कांग्रेस और कुछ अन्य दलों में शामिल हो गए थे । बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के शामिल रहने की संभावना है। बिहार में बदली राजनीतिक परिस्थितियों के बीच, बिहार भाजपा कोर कमेटी की बैठक मंगलवार को नई दिल्ली में होगी। 

बिहार विधानसभा के अध्यक्ष सिन्हा ने कहा कि इस पद पर रहते हुए उन्होंने  हमेशा विधायी प्रक्रिया को और अधिक जीवंत बनाने का प्रयास किया।  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले 'महागठबंधन' के सदस्यों के अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने  सात पन्नों के अपने भाषण में सिन्हा ने अपने अब तक के कार्यकाल के कई पलों का जिक्र किया। कहा कि मैंने पार्टी की भावनाओं से ऊपर उठकर निष्पक्ष रहने की पूरी कोशिश की और इससे विपक्ष के प्रति बहुत उदार होने के आरोप भी लगे।

जदयू कुछ ऐसे लोगों को छोड़ सकता है जिन्हें भाजपा और जदयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह का करीबी माना जाता है और जिन पर पूर्व गठबंधन सहयोगी के इशारे पर पार्टी को विभाजित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। वहीं, जदयू के विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, बिजेंद्र यादव, श्रवण कुमार और लेसी सिंह सहित पिछली राजग सरकार में अपने अधिकांश मंत्रियों को बनाए रखे जाने की संभावना है। राजद से तेज प्रताप यादव के अलावा जिन अन्य लोगों के नाम चर्चा में हैं उनमें राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता और युवा विधायक सुधाकर सिंह शामिल हैं जिनके पिता जगदानंद सिंह वर्तमान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और तेजस्वी यादव के करीबी हैं। 


कैबिनेट में सीपीआई-एमएल, सीपीआई और सीपीएम को जगह नहीं मिल पाई है। मंत्रिमंडल विस्तार में 31 मंत्री बनाए जा सकते हैं। कांग्रेस से दो, हम पार्टी से एक और एक निर्दलीय विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।  इनमें से राजद से सबसे ज्यादा 16 और जदयू से 11 विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। इससे पहले राजेश राम के अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और सबसे मुखर विधायकों में से एक शकील अहमद खान का नाम चर्चा में था। तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार ने दिल्ली में कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सोनिया से चर्चा भी की थी।