मिग-21 हादसा: बेटे के शहीद होने की खबर सुनने से मां की हालत खराब, आज चंडीगढ़ पहुंचेगा पार्थिव शरीर

बाड़मेर में दुर्घटनाग्रस्त मिग-21 विमान में शहीद होने वाले दो पायलटों में से एक मोहित राणा का परिवार रहता है चंडीगढ़  में 

 
हादसे की सूचना के बाद से परिवारवालों का बुरा हाल है। घटना की सूचना के बाद से मां ने खाना-पीना तक छोड़ दिया है। बस नौजवान बेटे को ही याद कर रही है। वहीं स्थानीय पुलिस व प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। शुक्रवार को शहीद मोहित राणा का शव चंडीगढ़ पहुंचना था लेकिन खराब मौसम के कारण उनका शव चंडीगढ़ नहीं पहुंच पाया है। 

नयागांव (पंजाब) - मूलरूप से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के संघोल के रहने वाले शहीद पायलट मोहित राणा के माता-पिता न्यू चंडीगढ़ के ओमेक्स सिटी में रहते हैं। मोहित शादीशुदा थे। उनकी पत्नी निधि और तीन साल की बच्ची उनके साथ बाड़मेर में ही रहते थे। मोहित एयरफोर्स में नए पायलटों को विमान उड़ाने का प्रशिक्षण देते थे। उनके पिता ओम प्रकाश राणा रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल है। पिता ने बताया कि करीब 15 दिन पहले ही उनका बेटा उनके पास से बाड़मेर गया था। वह बचपन से ही एयरफोर्स में नौकरी करना चाहता था। वह एक होनहार अफसर था। उन्हें बेटे पर गर्व है। वही बेटे के शहीद होने की खबर सुनने के बाद से मां की हालत ठीक नहीं है।

परिवार के नजदीकियों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को शहीद मोहित राणा का शव चंडीगढ़ पहुंचना था लेकिन खराब मौसम के कारण उनका शव चंडीगढ़ नहीं पहुंच पाया है। अब उम्मीद है कि मौसम साफ होने पर एयरफोर्स के विशेष विमान से शनिवार सुबह करीब छह बजे शव को बाड़मेर से रवाना किया जाएगा जो सुबह करीब नौ बजे चंडीगढ़ पहुंचेगा। उसके पश्चात चंडीगढ़ के सेक्टर-25 श्मशानघाट में शहीद मोहित का अंतिम संस्कार किया जाएगा।


 

पिता ने बताया कि करीब 15 दिन पहले ही उनका बेटा उनके पास से बाड़मेर गया था। वह बचपन से ही एयरफोर्स में नौकरी करना चाहता था। वह एक होनहार अफसर था। उन्हें बेटे पर गर्व है। वही बेटे के शहीद होने की खबर सुनने के बाद से मां की हालत ठीक नहीं है। उनका रो-रोकर बुरा हाल है। गुरुवार रात करीब 11:00 बजे उनकी पुत्रवधू निधि ने उन्हें इस हादसे की सूचना दी थी। तब से ही उन्होंने कुछ भी नहीं खाया-पीया है।