मिनिस्ट्री में पहचान बता कोविड वैक्सीन सप्लाई टेंडर देने के नाम पर ठगे 10 करोड़

23 जून 2021 को टेंडर का वर्क आर्डर देते हुए कहा कि अब आप गाड़ियां खरीद लो 
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टेंडर के लिए श्रीराम को नामजद लोग दिल्ली स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ऑफिस तक लेकर गए। हरमन सब्बरवाल ने ऑफिस में एंट्री के लिए श्रीराम व उसके बेटे राहुल का कार्ड भी बनाकर दिया और मंत्रालय में कई लोगों से मिलवाया था। ऐसे में मामले में मंत्रालय के किसी कर्मचारी या अधिकारी की मिलीभगत की आशंका है।
आरोपियों ने व्यापारी को झांसे में लेने के लिए उसे दिल्ली के की एक मिनिस्ट्री में कुछ अधिकारियों से भी मिलवाया। फ़िलहाल मामले में व्यापारी ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया है।

दिल्ली- कोरोना महामारी से रोज होती मौतों, रोजाना 3 लाख से ज्यादा मामलों, अस्पतालों में ऑक्सीन की किल्लत, बेड और इलाज की जद्दोजहद और वैक्सीनेशन की मारामारी के बीच कुछ ऑनलाइन धंधेबाज खौफजदा और लाचार लोगों को बेवकूफ बनाकर उन्हें लूटने में लगे हैं।  सीकर के नीमकाथाना इलाके में कोविड वैक्सीन सप्लाई का टेंडर दिलवाने के नाम पर 10 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। 

टेंडर के लिए श्रीराम को नामजद लोग दिल्ली स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ऑफिस तक लेकर गए। हरमन सब्बरवाल ने ऑफिस में एंट्री के लिए श्रीराम व उसके बेटे राहुल का कार्ड भी बनाकर दिया और मंत्रालय में कई लोगों से मिलवाया था। ऐसे में मामले में मंत्रालय के किसी कर्मचारी या अधिकारी की मिलीभगत की आशंका है।

नीमकाथाना कोतवाली के इंचार्ज लक्ष्मीनारायण का कहना है कि प्रकरण पर अनुसंधान जारी है। पीड़ित पक्ष को बुलाकर उसके द्वारा नामजद लोगों को दिए गए रुपयों के लेनदेन का रिकार्ड मांगा जाएगा। उसने किस-किस के खाते में रुपए जमा करवाए हैं। इसकी तस्दीक की जाएगी। दस्तावेजों की जांच करने के बाद संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।


 

टेंडर के लिए श्रीराम को नामजद लोग दिल्ली स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ऑफिस तक लेकर गए। हरमन सब्बरवाल ने ऑफिस में एंट्री के लिए श्रीराम व उसके बेटे राहुल का कार्ड भी बनाकर दिया और मंत्रालय में कई लोगों से मिलवाया था। ऐसे में मामले में मंत्रालय के किसी कर्मचारी या अधिकारी की मिलीभगत की आशंका है।

श्रीराम को दिल्ली में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कार्यालय निर्माण भवन ले गए। यहां हरमन सब्बरवाल ने उसके साइन करवाए और कहा कि टेंडर आपके पास मेल पर आ जाएगा। 23 जून 2021 को टेंडर का वर्क आर्डर देते हुए कहा कि अब आप गाड़ियां खरीद लो । टेंडर के लिए श्रीराम को नामजद लोग दिल्ली स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ऑफिस तक लेकर गए। हरमन सब्बरवाल ने ऑफिस में एंट्री के लिए श्रीराम व उसके बेटे राहुल का कार्ड भी बनाकर दिया और मंत्रालय में कई लोगों से मिलवाया था। ऐसे में मामले में मंत्रालय के किसी कर्मचारी या अधिकारी की मिलीभगत की आशंका है।

इधर, श्रीराम ने बैंक से लोन और रिश्तेदारों से रुपए उधार लेकर 35 गाड़ियों की व्यवस्था की, जिस पर साढ़े चार करोड़ रूपये खर्च हो गए इस खर्चे में ड्राइवर भी शामिल है। वैक्सीन पहुंचने की सूचना पर श्रीराम 13 जुलाई 2021 को जयपुर एयरपोर्ट पर गाड़ियां और उनके ड्राइवर लेकर पहुंच गया। यहां गाड़ियों की एंट्री नहीं मिली तो श्रीराम ने गोविंद व उसके बेटे मिनाल को  फोन किया। लेकिन वह केवल बहानेबाजी करते रहे। 18 जून 2022 को इन लोगों ने पैसे देने से साफ़ मना जार दिया।

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श्रीराम ने बताया कि जून 2021 गोविंद उसका बेटा मिनाल उसके पास नीमकाथाना आए। टेंडर दिलाने के खर्चे के नाम पर 10 लाख रुपए ले गए। 75 हजार का डीडी व फर्म के डाक्यूमेंट्स लेकर उसे 11 जून 2021 को गोविंद ने दिल्ली बुलाया। दिल्ली में गोविंद ने उसे हरमन सब्बरवाल नाम के व्यक्ति से मिलाकर कहा कि ये मंत्रालय में अधिकारी है, अपना काम करवाएंगे। उससे कोटेशन भरवाया और काम जल्द होने का झांसा देकर गाड़ियों की व्यवस्था करने को कहा। 17 जून 2021 को गोविंद ने फोन कर कहा कि आपका कोटेशन स्वीकार हो गया है।

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