अग्निवीर भर्ती 2022 - हिसार में सेना ने पकड़े 14 फर्जी मामले

हिसार - मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अग्निपथ स्किम को लेकर जमीनी स्तर पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है. देश के कई हिस्सों में अग्निवीरों की भर्ती रैलियां आयोजन कराई जा रही हैं. इसी कड़ी में आज हिसार में भी भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई.
लेकिन भर्ती प्रक्रिया में सेना ने शुक्रवार, 19 अगस्त को 14 ऐसे फर्जी मामले पकड़े जिन्होंने फेक एडमिट कार्ड के जरिये भर्ती में एंट्री करने की कोशिश की. हिसार सेना भर्ती ऑफिस के डायरेक्टर कर्नल मोहित सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी से प्रवेश करने का प्रयास करने वालों को कार्रवाई के लिए पुलिस को सौप दिया गया है.
उन्होंने बताया कि सेना भर्ती रैली अपने मध्य में पहुंच गई है और फतेहाबाद की तीन तहसीलों के उम्मीदवारों ने आज रैली में भाग लिया. कर्नल मोहित सिंह ने बताया कि नकली या छेड़छाड़ किए गए एडमिट कार्ड के साथ धोखाधड़ी के मामलों में प्रवेश के प्रयासों में वृद्धि हुई है, भर्ती प्रक्रिया में सतर्कता व पारदर्शिता के कारण ये मामले पकड़े जा रहें हैं. भर्ती निदेशक कर्नल मोहित सिंह ने आगाह किया है कि ऐसी धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि ऐसे लोग योग्य उम्मीदवारों की राह में बाधा बनते हैं.
क्या है अग्निपथ योजना
दरअसल भारत की तीन पराक्रमी सेनाओं(थल सेना, वायुसेना और नौसेना) में अब नए तरीके से युवाओं की भर्ती की जाएगी. 'अग्निपथ योजना' के तहत अब सेना में युवाओं को भर्ती किया जाएगा. इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' के नाम से जाना जाएगा और जिनका सेवा काल 4 वर्ष का होगा.
30 हज़ार से लेकर 40 हज़ार रुपये तक मासिक वेतन
इस योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष के ही युवा भाग ले सकते हैं. जिनका चयन तयशुदा सेना के भर्ती नियमों के तहत होगा जिसमें फिजिकल व मेडिकल टेस्ट(Physical And Medical Examination) होगा. अग्निपथ योजना के तहत नियुक्त सैनिकों को 'अग्निवीर' कहा जायेगा. जिनका सेवा काल 4 वर्ष रखा गया है. इन चार वर्षों में, उन्हें पहले साल 30 हज़ार रुपये प्रति महीना वेतन दिया जाएगा. जोकि चौथे साल 40 हज़ार रुपये प्रति महीना तक होगा.
अग्निवीर समूह फंड
वेतन के साथ अग्निवीरों को रिस्क(Risk), राशन(Ration), वर्दी व यात्रा भत्ता(Uniform and Travel Allowance) भी दिया जाएगा. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि सैनिक के वेतन में से 30 फ़ीसदी का योगदान अग्निवीर समूह फंड(Agniveer Group Fund) में और 30 फीसदी ही सरकार के तरफ से सेवा निधि में योगदान दिया जाएगा. जोकि 4 साल बाद 11.71 लाख रुपये एक मुश्त राशि के रूप में दिया जाएगा.
मृत्यु क्षतिपूर्ति(Death Compensation)
अग्निवीर को 48 लाख रुपये का गैर अंशदायी जीवन बीमा(Non Contributory Life Insurance)
सर्विस के दौरान मौत होने पर 44 लाख अतरिक्त अनुग्रह राशि(Ex gratia) यानी मुआवजा.
विकलांग होने पर मुआवजा
अग्निवीर अगर सर्विस के दौरान किसी हादसे में विकलांग हो जाता है तो उसे मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद जारी किए गए सर्टिफिकेट के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा.
100 फ़ीसदी विकलांग होने पर 44 लाख रुपये
75 फीसदी विकलांग होने पर 25 लाख रुपये
50 फ़ीसदी पर 15 लाख रुपये
इसके साथ ही 4 साल की सेवा के बाद अग्निवीरों को मेरिट व परफॉर्मेंस के आधार पर सेना के रिक्त पदों की भर्ती के लिए प्राथमिकता दी जाएगी. बता दें कि अग्निपथ योजना में सेवा दे चुके सैनिकों को पेंशन का लाभ नही मिलेगा.