शरीर पर ATM जैसा चिप, कान में माइक्रो स्पीकर,लेखपाल भर्ती में नकल का तरीका

यूपी की लेखपाल भर्ती परीक्षा में कैसे पकड़े गए नकलची
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लेखपाल परीक्षा
यूपी एसटीएफ ने कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ और बरेली से कई नकलची गिरोह के सदस्यों को पकड़ा है। कानपुर के नवाबगंज से पकड़े गए अरुण कुमार ने बताया कि उसे एक ब्लूटूथ डिवाइस दिया गया था। डिवाइस का माइक एटीएम कार्ड जैसी चिप में लगा था और एक ब्लूटूथ था जो इतना छोटा था कि कान में लगाने के बाद दिखाई भी नहीं देता था। ये सवाल पढ़ता था और बाहर मौजूद गिरोह के सदस्य इसका जवाब देते थे। 

कानपुर. 31 जुलाई को हुई लेखपाल की परीक्षा में कई नकल करने परीक्षार्थियों और नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। इसमें कई लोग ऐसे हैं जो पूरे गिरोह के साथ नकल करवाने की कोशिश में थे तो कुछ हाईटेक संसाधनों से नकल करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन यूपी पुलिस की नजरों से बच नहीं पाए और हाईटेक नकलची का खुलासा हो गया! 

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जो कानपुर का बताया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जब परीक्षार्थी की पुलिस जांच करती है तो वो अपने सीने के पास एक ATM कार्ड नुमा कोई चीज निकालता है और कान में एक छोटा सा स्पीकर निकालता है। यही वो हाईटेक संसाधन है जिससे ये युवक नकल कर लेखपाल बनने की कोशिश कर रहा था लेकिन धरा गया!

यूपी एसटीएफ ने कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ और बरेली से कई नकलची गिरोह के सदस्यों को पकड़ा है। कानपुर के नवाबगंज से पकड़े गए अरुण कुमार ने बताया कि उसे एक ब्लूटूथ डिवाइस दिया गया था। डिवाइस का माइक एटीएम कार्ड जैसी चिप में लगा था और एक ब्लूटूथ था जो इतना छोटा था कि कान में लगाने के बाद दिखाई भी नहीं देता था। ये सवाल पढ़ता था और बाहर मौजूद गिरोह के सदस्य इसका जवाब देते थे। 

वायरल हो रहे वीडियो पर पूजा दुबे नाम की यूजर ने लिखा कि ‘ऐसे ही लोगों की वजह से जो बच्चे मेहनत करते हैं, उनका भी परीश्रम व्यर्थ हो जाता है।’ प्रदीप यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कहां लेखपाल बनने में लगा था, इतनी एडवांस बुद्धि का प्रयोग सही दिशा में करता तो एलन मस्क बन जाता।’

कुमकुम नाम की यूजर ने लिखा कि ‘इतने सरल प्रश्न पूछे गए थे, मै होती तो टॉप करती। दिलीप वर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘तभी तो जरा जरा से काम के हजारों रिश्वत लेता, कागज में भर-भर के गलती करता, यहां तक कि लोगों के नाम भी गलत लिख देता और कुछ दिन में अपने दम पर अपना एक सहायक रख लेता।’ हिमांशु त्रिपाठी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये भाई साहब नकल करके लेखपाल बनना चाहते थे,पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था!’

बता दें कि समाजवादी पार्टी की तरफ से लेखपाल भर्ती परीक्षा के पेपर के लीक होने का आरोप लगाया था। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। हालांकि यूपी पुलिस का कहना है कि अभी तक पेपर लीक होने के कोई भी सबूत नहीं मिल पाए हैं लेकिन नकल माफिया जरूर पकड़े जा रहे हैं!

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