सवर्ण जाति की लड़की से लव मैरिज करने पर दलित लड़के को ससुराल वालों ने किडनैप कर मार डाला

नवविवाहित जोड़े ने अल्मोड़ा की जिलाधिकारी व SSP को अपनी जान-माल की सुरक्षा को लेकर एक चिट्ठी भी दी थी
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गुरुवार, 1 सितंबर को जगदीश अपने काम से भिकियासैंण गया था, तब गुड्डी की मां, सौतेले भाई व पिता ने जगदीश को किडनैप कर लिया. इसके बाद तीनों ने मिलकर उसकी इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई.

देहरादून - उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले(Almora) में एक युवक की अपहरण के बाद हत्या का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि सवर्ण जाति की युवती से लव मैरिज करने पर लड़की घरवालों ने एक दलित युवक का अपहरण के बाद पीट-पीट कर हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए रानीखेत भेज दिया गया है. मृतक युवक उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी का नेता था.

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जगदीश चंद्र ने भिकियासैंण इलाके(Bhikiyasain locality) की रहने वाली गीता सिंह उर्फ गुड्डी से 21 अगस्त को मंदिर में लव मैरिज की थी. लेकिन गुड्डी के घरवाले इस शादी के खिलाफ थे. उन्होंने दलित दूल्हे को अपनाने से इंकार कर दिया था. दरअसल शादी से पहले युवती अपनी मां भावना, सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह के साथ रहती थी. 

जब से गुड्डी के घरवालों को उनकी शादी के बारे में पता चला था, वे जगदीश चंद्र के पीछे पड़े हुए थे. लगातार मिल रही धमकियों के चलते इस नवविवाहित जोड़े ने अल्मोड़ा की जिलाधिकारी व SSP(Senior Superintendent Of Police) को अपनी जान माल की सुरक्षा को लेकर एक चिट्ठी भी दी थी. बताया जा रहा है कि गुरुवार, 1 सितंबर को जगदीश अपने काम से भिकियासैंण गया था, तब गुड्डी की मां, सौतेले भाई व पिता ने जगदीश को किडनैप कर लिया. इसके बाद तीनों ने मिलकर उसकी इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई.

मामले में कुमाऊं रेंज के DIG नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि जगदीश की पिटाई के लिए इस्तेमाल हुआ हथियार अभी तक बरामद नहीं हो पाया है, DIG ने कहा, "हमें 1 सितंबर को करीब 4 बजे जगदीश के किडनैप होने की सूचना मिली थी. हमने जांच शुरू की तो आरोपियों को भिकियासैंण से करीब 8-10 किलोमीटर दूर शाम 6 बजे तब पकड़ा जब वे जगदीश के शव को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहे थे."

पुलिस से सुरक्षा की मांग के सवाल पर DIG(Deputy Inspector General of Police)  का ने बताया कि दंपत्ति को स्थायी सुरक्षा नहीं दी गई थी, लेकिन पुलिस उनके घर के आसपास पहरा जरूर दे रही थी. DIG का कहना है कि जब जगदीश भिकियासैंण गया तो उनसे पुलिस को इस बारे में सूचना नहीं दी थी. जिस वजह से ऐसा हुआ. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है.

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