हांसी के निजी अस्पताल में भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, 3 महिलाएं गिरफ्तार

अस्पताल संचालिका डॉ उर्मिल धतरवाल समेत चार लोगों के खिलाफ PNDT Act, 1994 के तहत मामला दर्ज

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अस्पताल की संचालिका डॉ उर्मिल धतरवाल मशहूर शो कौन बनेगा करोड़पति में अभिनेता अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठ चुकी है. 2019 में केबीसी में उसका चयन हुआ था. इसके साथ ही संचालिका सिविल अस्पताल हांसी में मेडिकल ऑफिसर के पद पर पोस्टेड थी. उसने वॉलेंटियर रिटायरमेंट लेने के बाद अपना यह अस्पताल खोला था. पहले इसे जानना अस्पताल के नाम से जाना जाता था.

हिसार - हिसार के हांसी तहसील में बुधवार रात को पीएनडीटी नोडल ऑफिसर डॉ. प्रभु दयाल के नेतृत्व में एक निजी अस्पताल में रेड मारकर भ्रूण लिंग जांच करने के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर अस्पताल संचालिका डॉ उर्मिल धतरवाल समेत चार लोगों के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट(Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques Act, 1994) के तहत मामला दर्ज कर तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. सुनवाई के बाद कोर्ट ने तीनों महिलाओं को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.

दरअसल स्वास्थ्य विभाग को हांसी में भ्रूण लिंग जांच की शिकायतें काफी लंबे समय से मिल रही थी. टीम जिस भी शिकायत पर काम करती उसकी सुई धतरवाल अस्पताल पर जा टिकती. इसलिए धतरवाल अस्पताल एक साल से स्वास्थ्य विभाग की रडार पर था. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल की दो. अल्ट्रासाउंड मशीन(Ultrasound Machine) को सील कर, अस्पताल में लगे प्रिंटर व कई तरह के दस्तावेज व रिकॉर्ड को अपने कब्जे में लिया है. अस्पताल पर रेड वीरवार सुबह तक चली. हांसी शहर थाना इंचार्ज नरेंद सिंह ने बताया कि उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम की तरफ से शिकायत मिली थी. शिकायत के आधार पर चार लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है. जिनमें से 3 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.


पीएनडीटी नोडल ऑफिसर(PNDT Nodal Officer) डॉ. प्रभु दयाल(Dr. Prabhu Dayal) एमओ डॉ कामिद मोंगा(Dr. Kamid Monga) ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उन्हें 20 जुलाई को गुप्त सूचना मिली थी कि हांसी के हिसार चुंगी के पास स्थित धतरवाल अस्पताल(Dhatarwal Hospital Crime News) में अल्ट्रासाउंड के द्वारा लिंग जांच की जा रही है. सूचना के आधार पर उन्होंने एक डिकॉय तैयार(नकली ग्राहक) कर हिसार के जिंदल अस्पताल में लगी स्टाफ नर्स गीता से संपर्क किया. जोकि पूर्व में अस्पताल में काम कर चुकी है व मय्यड गांव की निवासी है. गीता ने स्थानीय निवासी पूनम से संपर्क कर अस्पताल में काम कर रही स्टाफ नर्स जसबीर कौर के साथ बात कर लिंग जांच के लिए 40 हजार रुपये में सौदा तय किया. 23 जलाई को स्वास्थ्य विभाग की गुप्त टीम डिकॉय के साथ अस्पताल आई. अस्पताल में महिला का अल्ट्रासाउंड किया गया. उसे पर्ची पर दवाइयां लिख कर दे दी और कहा गया है 10-15 दिन में बता देंगे लड़का है या लड़की. 


सूचना के आधार पर उन्होंने एक डिकॉय तैयार कर जिंदल अस्पताल हिसार में लगी स्टाफ नर्स पूनम से संपर्क और पूनम ने स्थानीय निवासी व पूर्व में अस्पताल में काम कर चुकी गीता से संपर्क कर अस्पताल में कार्यरत जसबीर कौर के साथ बात लिंग जांच के लिए 40 हजार रुपये में सौदा तय किया गया. गिरोह के सदस्यों ने डिकॉय का 23 जुलाई को अल्ट्रासाउंड करवाया. डिकॉय को डॉ उर्मिल धतरवाल ने कहा कि आप अपने दलाल के माध्यम से रिपोर्ट पता करें. इसके बाद दलाल गीता और पूनम से उससे संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि एडवांस में पैसे लिए जाएंगे उसके बाद रिपोर्ट दी जाएगी. 25 जुलाई को गीता ने डिकॉय को फोन कर पैसे मांगे और रिपोर्ट देने की बात कही. 

नोडल ऑफिसर डॉ प्रभु दयाल ने बताया कि उस दिन हमारी टीम बाहर थी. इसलिए हमने डिकॉय को एक दो दिन का टाइम लेने की बात कही. जिसके बाद हमारी नकली ग्राहक(Decoy) को गीता ने बुधवार 27 जुलाई को जिंदल अस्पताल के बाहर बुलाया गया और उसे तय रकम लाने को कहा गया. तय समय के अनुसार शाम 5 बजे डिकॉय और महिला साथी से गीता ने पैसे लिए और उसे बताया कि उसकी गर्भ में लड़का है. डॉ प्रभु दयाल ने बताया कि डिकॉय की कमजोर हालत देखते हुए दलाल गीता ने उसे 40 हजार रुपये में से 2 हजार रुपये यह कहते हुए वापिस कर दिए कि इन रुपयों से हमारी ओर से पोष्टिक आहार खा लेना.

नोडल ऑफिसर ने बताया कि उसके बाद इशारा मिलते ही महिला पुलिस की मदद से गीता को 38 हजार रुपये के साथ मौके पर ही पकड़ लिया गया. उसे वहां से पूनम के घर ले जाया गया. पूनम घर पर नहीं थी, उसे फोन कर बुलाया गया. वह आई तो उसे भी पकड़ लिया गया. उसके बाद देर रात दोनों आरोपियों को लेकर अस्पताल पहुंचे. जहां डिकॉय ने अल्ट्रासाउंड करने वाली महिला डॉक्टर व उसकी सहयोगी जसबीर कौर दोनों को पहचान लिया. नोडल ऑफिसर प्रभु दयाल ने बताया कि डॉक्टर मौका पाकर वहां से निकल गयी. लेकिन स्टाफ नर्स गीता, पूनम व जसबीर कौर को गिरफ्तार कर किया गया.

व्हाट्सएप से चलता था धंधा

डॉ प्रभु ने बताया कि गिरोह के सदस्य आपसी बातचीत व्हाट्सएप कॉल या मैसेज से करते थे. बात करने के बाद  मैसेज डिलीट कर दिए जाते थे. टीम को अस्पताल की स्टाफ के व्हाट्सएप से कुछ सुराग भी मिले हैं. इसके साथ ही नोडल ऑफिसर ने बताया कि जांच करने वाली टीम पर कार्रवाई के दौरान लगातार दबाव आ रहा था. इसके चलते डॉ प्रभु दयाल ने अपना फोन भी बंद करना पड़ा. उन्होंने बताया कि भ्रूण लिंग जांच के बाद प्रेग्नेंट व उसके परिजनों को तुरंत नहीं बताया जाता था. उसे 10-15 दिन का समय दिया जाता था ताकि उसकी छानबीन कर सकें कि उन्हें पकड़ने के लिये कोई साजिश न हो.

कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट पर बैठ चुकी है अस्पताल संचालिका

बता दें कि अस्पताल की संचालिका डॉ उर्मिल धतरवाल मशहूर शो कौन बनेगा करोड़पति में अभिनेता अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठ चुकी है. 2019 में केबीसी में उसका चयन हुआ था. उन दिनों वह चर्चा में थी. इसके साथ ही संचालिका सिविल अस्पताल हांसी में मेडिकल ऑफिसर के पद पर पोस्टेड थी. उसने वॉलेंटियर रिटायरमेंट लेने के बाद अपना यह अस्पताल खोला था. पहले इसे जानना अस्पताल के नाम से जाना जाता था.

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