अगर भगवंत मान सरकार सिद्धू की सुरक्षा वापस लेने का ढिंडोरा न पीटती तो शायद बेटे की जान नहीं जाती - सिद्धू मूसेवाला के पिता

सिद्धू मूसेवाला के पिता ने कहा पंजाब में गैंगस्टर एक अलग सरकार चला रहे हैं , 8 बार सिद्धू की हत्या के प्रयास हुए।
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सिद्धु के पिता बलकौर सिंह सोमवार को मानसा जिले के गांव बुर्ज ढिलवा की सड़क की नींव का पत्थर रखा. उन्होंने अपने बेटे की मौत का दर्द बयान करते हुए कहा, 'सरकार ने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी और सिद्धू की सुरक्षा वापस ले ली गई. इतना ही नहीं इसकी खबरें भी खूब प्रसारित की गईं.

चंडीगढ़ - पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मौत को एक महीने से भी ज्यादा का सयम हो चुका है. मूसेवाला को मारने वाले गैंगस्टरों को पुलिस लगातार पकड़ने में जुटी हुई है. हाल ही में पुलिस सिद्धू के दोनों हाथों पर गोली मारने वाले शूटर अंकित को गिरफ्तार किया है. कांग्रेस सरकार के समय सिद्धू ने बतौर बतौर कांग्रेस हलका प्रभारी गांव बुर्ज ढिलवां में सड़क का नींव पत्थर रखा था. जिसका काम सोमवार को पूरा हो गया है. सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने कल इस सड़क का उद्घाटन किया।इस मौके पर गांव के कई गणमान्य लोग उनके साथ मौजूद रहे। इस दौरान सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह बेटे को याद कर भावुक हो गए। 

पंजाबी सिंगर सिद्धु मूसेवाला के पिता ने इस दौरान कहा कि कि वह अपने बेटे को जीवित रखने के लिए और नौजवानों की भावना को समझते हुए जो कुछ भी कर सकते हैं, उससे कभी पीछे नहीं हटेंगे। आज पंजाब में सरकार के इलावा गैंगस्टर अलग सरकार चला रहे हैं। भावुक मन से मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने कहा कि चुनाव के समय भी सिद्धू मूसेवाला पर 8 बार हमले की कोशिश की गई लेकिन उसके साथ भारी सुरक्षा होने कारण उस समय बचाव हो गया था।

मूसेवाला को मारने के लिए 50-60 व्यक्ति उसके पीछे लगे थे। अगर भगवंत मान सरकार सुरक्षा वापस लेने का ढिंडोरा न पीटती तो शायद बेटे की जान न जाती। उन्होंने कहा कि खतरे के बाद भी सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा वापस लेना समझ से परे है। जिन दो सुरक्षा कर्मियों पर उन्हें काफी भरोसा था, उनको सरकार ने वापस ले लिया था। आज पंजाब में सरकार के बराबर गैंगस्टर अलग सरकार चला रहे हैं। सिद्धू मूसेवाला की जान चली गई और इस घाटे को कभी पूरा नहीं कर सकते हैं। इस मौके उनके साथ बुर्ज ढिलवां के सरपंच जगदीप सिंह व अन्य नेता मौजूद रहे। 

वही पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मूसेवाला को गोली मारने वाले मुख्य आरोपी को भी पकड़ लिया है। सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को मानसा जिले के जवाहरके गांव जाते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वो अपने दो दोस्तों के साथ जीप से जा रहे थे, तभी अन्य गाड़ियों से आए हमलवारों ने उन्हें घेर कर उनकी जीप पर गोली बरसाना शुरू कर दिया।

रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावरों ने लगभग 30 राउंड गोलियां चलाई। हमले में मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके दोस्त घायल हो गए थे। दोनों आरोपियों के पास से पंजाब पुलिस की तीन वर्दियां, दो पिस्तौल और मोबाइल सेट समेत अन्य सामान बरामद किया गया है। पुलिस ने बताया कि सिद्धू पर हमले के लिए अंकित और मामले में पहले गिरफ्तार हो चुका गैंगस्टर प्रियव्रत फौजी एक ही गाड़ी में सवार होकर गए थे। अंकित ने सिद्धू के सबसे पास जाकर गोलियां बरसाई थीं और हमले को अंजाम देने के बाद ये दोनों फरार हो गए थे।

जानकारी के मुताबिक, स्पेशल सेल ने 3 जुलाई की रात को सचिन और अंकित को कश्मीरी गेट के पास महात्मा गांधी मार्ग से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सचिन राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का काम संभालता है। दिल्ली पुलिस ने पिछले महीने गुजरात से प्रियव्रत फौजी को गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फौजी हरियाणा का रहने वाला है और वह पहले रामकरण गैंग में बतौर शार्प शूटर शामिल था।

उसने सिद्धू मूसेवाला पर गोलियां बरसाने वाली हमलावरों की टोली का नेतृत्व किया था। वह घटना के समय कनाडा में रह रहे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि लॉरेंस बिश्नोई के करीबी विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सिद्धू की हत्या करवाई थी। 

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