नाबालिग ने अस्पताल के शौचालय में दिया बच्चे को जन्म, जच्चा-बच्चा दोनों की मौत

नाबालिग की मां ने बदनामी के डर से डॉक्टरों से छुपाए रखा कि उसकी बेटी प्रसव पीड़ा से ग्रसित है.
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उत्तराखंड
जिला अस्पताल रूद्रप्रयाग के शौचालय में एक नाबालिग ने बच्चे को जन्म दे दिया, लेकिन बच्चे को जन्म देने के बाद नवजात बच्चे और नाबालिग की मौत हो गई. अभी यह पता नहीं लगा है कि बच्चा मृत पैदा हुआ था या प्रसव के बाद उसकी मौत हुई.

देहरादून – उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में जिला अस्पताल से बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल यहां एक नाबालिग ने अस्पताल के शौचालय में बच्चे को जन्म दे दिया. लेकिन बच्चे को जन्म देने के बाद नाबालिग की मौत हो गई जबकि बच्चे का शव शौचालय में मिला. पूरे घटनाक्रम में जिला अस्पताल के डॉक्टरों और नाबालिग की मां की लापरवाही भी सामने आई है.

नाबालिग की मां ने बदनामी के डर से डॉक्टरों से छुपाए रखा कि उसकी बेटी प्रसव पीड़ा से ग्रसित है. वहीं डॉक्टरों को भी नाबालिग के प्रसव पीड़ा से ग्रसित होने की जानकारी नहीं लगी. फिलहाल इस मामले में अब अस्पताल प्रबंधन ने जांच बैठा दी है. अभी यह पता नहीं लगा है कि बच्चा मृत पैदा हुआ था या प्रसव के बाद उसकी मौत हुई. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

जानकारी अनुसार शुक्रवार दोपहर एक महिला अपनी बेटी को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लेकर पहुंची. चिकित्सक ने सामान्य उपचार करते हुए उसके खून का सैंपल जांच के लिए भेज दिया. जांच में हीमोग्लोबिन महज तीन ग्राम प्रति डेसीलीटर पाया गया. नाबालिग की मां ने डॉक्टरों को यह नहीं बताया कि वह प्रसव पीड़ा से ग्रसित है. डॉक्टर भी नाबालिग का सामान्य उपचार करते रहे.

रिपोर्ट देखने के लिए चिकित्सक ने संबंधित ग्रुप का खून उपलब्ध न होने के कारण लड़की को रेफर करने की बात कही लेकिन महिला बेटी का इलाज अस्पताल में ही करने की बात पर अड़ी रही. इस पर डॉक्टर ने लड़की को अस्पताल में भर्ती कर लिया. बताया जा रहा है कि देर रात को नाबालिग की मां ने जिला अस्पताल में अपनी बेटी का शौचालय में प्रसव कराया.

प्रसव के बाद जहां नाबालिग की मौत हो गई तो सुबह के समय अस्पताल के शौचालय में सफाई कर्मियों को एक नवजात मृत अवस्था में मिला. नाबालिग की मां ने बदनामी के डर से डॉक्टरों सहित अन्य लोगों से झूठ बोला, जिस कारण जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. वहीं डॉक्टरों को भी नाबालिग के प्रसव पीड़ा से ग्रसित होने की जानकारी नहीं लगी.

नाबालिग जिला मुख्यालय के नजदीक गांव की ही थी. नाबालिग की मौत प्रसव के बाद अत्यधिक रक्त बहने से हुई है. यदि नाबालिग की मां डॉक्टरों को सारी सच्चाई बता देती तो शायद नाबालिग की जान बच सकती थी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे और नाबालिग के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी.

जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजीव सिंह ने बताया कि रात के समय नाबालिग ने बच्चे को जन्म दिया और प्रसव के बाद उपचार ना मिलने के कारण नाबालिग की भी मौत हो गई. पूरी घटना में नाबालिग के परिजनों की गलती सामने आ रही है. वहीं पूरे मामले की पुलिस और अस्पताल प्रबंधन जांच कर रहा है.

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