आदिवासी घरेलू सहायिका ने BJP नेता पर लगाए आरोप - गर्म तवे से दागा, दांत तोड़ दिए, पेशाब चटाया, गिरफ्तार

रांची - झारखंड की राजधानी रांची में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक BJP नेता व रिटायर्ड IAS की पत्नी सीमा पात्रा(Seema Patra) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि मामले के सामने आने आने के बाद पार्टी ने आरोपी नेता को निलंबित कर दिया है. पूर्व BJP नेता सीमा पात्रा पर आरोप हैं कि उसने एक विकलांग आदिवासी लड़की को अपने घर में बंधक बनाकर रखा था और पिछले 8 सालों से उसको लगातार प्रताड़ित किया गया.
सीमा पात्रा BJP में महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य थी. इसके साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की स्टेट कॉर्डिनेटर(State Coordinator) भी थी. उसके पति महेश्वर पात्रा(Maheshwar Patra) एक रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं. झारखंड BJP अध्यक्ष दीपक प्रकाश(Deepak Prakash) ने मंगलवार, 30 अगस्त को सीमा पात्रा को पार्टी से निलंबित कर दिया था. जबकि बुधवार, 31 अगस्त को उसको गिरफ्तार किया गया है.
#UPDATE रांची पुलिस ने घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली महिला को प्रताड़ित करने के आरोप में निलंबित भाजपा नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी की पत्नी सीमा पात्रा को गिरफ़्तार किया है। मामला अरगोड़ा थाने में दर्ज़ हुआ था: रांची पुलिस https://t.co/bmqzW5FTe8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2022
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड पुलिस ने बताया कि रांची के अरगोड़ा थाने में दर्ज एक शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है. पीड़िता आदिवासी होने के कारण सीमा पात्रा पर SC/ST Act 1989 के अलावा IPC की धारा 323( जानबूझकर स्वेच्छा से किसी को चोट पहुंचना) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.
इस मामले में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस(Ramesh Baish) ने भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस की सुस्त कार्रवाई पर नाराजगी जताई है. राज्यपाल भवन की ओर से जारी प्रेस नोट में उन्होंने DGP से पूछा है कि अभी तक अभियुक्त पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई है?
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए झारखंड के DGP(Director General Of Police) को पत्र लिखा था. इस पत्र में आयोग ने मामले की निष्पक्ष जांच करने और सही पाए जाने पर अभियुक्त को गिरफ्तार करने को कहा था.
बता दें कि आरोपी पूर्व BJP नेता ने अपनी घेरलू सहायिका को आठ साल तक बंधक बनाकर रखा और उसको बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया. जिसकी शिकायत आरोपी के बेटे आयुष्मान ने ही की थी. आयुष्मान ने सचिवालय में नौकरी कर रहे अपने दोस्त विवेक बस्के को इस बारे में जानकारी दी कि उनकी मां अपनी आदिवासी सहायिका को बुरी तरह से प्रताड़ित कर रही है. इस बारे में झारखंड के डीसी को भी शिकायत दी गई. जिसके बाद पुलिस ने पुष्टि करने के बाद सीमा पात्रा के अशोक नगर स्थित आवास से पीड़िता सुनीता को रेस्क्यू किया.
जिसके बाद मीडिया में एक वीडियो ख़ूब वायरल हुआ. जिसमें गुमला की रहने वाली आदिवासी महिला सुनीता अस्पताल की बिस्तर पर लेटी हुई हैं और अपने ऊपर हुए भयावह जुल्म को बयां कर रही हैं. उनके शरीर पर दर्जनों जख्म हैं. उन्होंने कहा कि सीमा पात्रा के यहां बंधक बनाए जाने के दौरान उन्हें गरम तवे से कई जगहों पर दागा गया था. इस दौरान उनसे घरेलू सहायिका के काम कराए जाते थे.
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि उनके कई दांत टूटे हुए हैं और वह बैठने की भी स्थिति में नहीं है. आसपास के लोग उन्हें आश्वासन दे रहे हैं कि वह जल्दी ठीक हो जाएंगी. लेकिन वो रो-रो कर अपना दर्द बयां कर रही हैं. उन्होंने कहा कि उनसे जीभ से फर्श चटाकर सफाई कराई गई, पेशाब चटाया गया और रोड से उनके दांत तोड़ दिए गए थे. पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला का फ़िलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है. मंगलवार को उनका कोर्ट में बयान भी दर्ज करवाया गया है.