विधायकों की धमकी मामले के खाड़ी देशों और पाकिस्तान से जुड़े तार! पुलिस का खुलासा

हरियाणा के चार विधायकों के पास 24 से 26 जून के बीच धमकी भरे फोन आए थे
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जिन नंबरों से धमकी दी जा रही थी वो सऊदी अरब में रजिस्टर थे। पाकिस्तान से उन्हें ऑपरेट किया जा रहा था। पुलिस को गुमराह करने के लिए ये लोग मुंबई और पंजाब की भाषा का इस्तेमाल करते थे। डीजीपी ने एसपी सुमित कुमार को सारे मामले की छानबीन करने की कमान सौंपी। दो सप्ताह तक चले ऑपरेशन में तकनीकी मोर्चे पर पांच और टीमें भी लगी थीं।

चंडीगढ़. विधायकों को धमकी के मामले में पुलिस जांच में धीरे-धीरे सभी साज़िश की सभी परते खुल रही है। विधायकों को मिल रही धमकी की जांच के तार खाड़ी देशों से होते हुए पाकिस्तान तक भी पहुंच गए हैं। स्पेशल टॉस्क फोर्स ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि असलियत में इन बदमाशों का किसी गैंग या फिर आतंकी संगठन से कोई लेनादेना नहीं है। ये बेहद तीखे अपराधी हैं। ये लोग प्रोफेशनल फ्रॉड को अंजाम देते रहे हैं। इनके तार भारत के साथ पाकिस्तान और मिडिल ईस्ट तक फैले हैं। 

हरियाणा के चार विधायकों के पास 24 से 26 जून के बीच धमकी भरे फोन आए थे। जबकि पंजाब के छह पूर्व विधायकों को इस तरह की कॉल आईं। मामला हाई प्रोफाइल था इस वजह से हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने केस दर्ज करके विवेचना शुरू की।

पता चला कि जिन नंबरों से धमकी दी जा रही थी वो सऊदी अरब में रजिस्टर थे। पाकिस्तान से उन्हें ऑपरेट किया जा रहा था। पुलिस को गुमराह करने के लिए ये लोग मुंबई और पंजाब की भाषा का इस्तेमाल करते थे। डीजीपी ने एसपी सुमित कुमार को सारे मामले की छानबीन करने की कमान सौंपी। दो सप्ताह तक चले ऑपरेशन में तकनीकी मोर्चे पर पांच और टीमें भी लगी थीं।

पुलिस ने इन नंबरों पर होने वाली बातचीत के जरिये कुछ बैंक खातों का पता लगाया। उसके बाद दो टीमों ने मुंबई के साथ बिहार के मुजफ्फरपुर में रेड की। पुलिस ने यूपी के बस्ती जिले में रहने वाले बदरे आलम और बिहार निवासी दुलेश आलम को मुंबई से अरेस्ट किया। उनके पास से 20 चेकबुक, 18 एटीएम, 14 जाली सिम कार्ड, 1 डायरी और 5 मोबाइल फोन पुलिस के हाथ लगे।

दूसरी टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर से अमित यादव, सादिक अनवर, सनोज कुमार, काश आलम को गिरफ्तार किया। इनके पास से भी भारी मात्रा में बैंकों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए। पुलिस का कहना है कि ये लोग गरीब और मजबूर लोगों को अपना शिकार बनाते थे। 15-20 हजार रुपये का लालच देकर उनके खाते खुलवाकर सारे दस्तावेज अपने पास रखते थे। फिर धमकी भरे फोन करके इन खातों में वसूली की रकम मंगवाई जाती थी।

हरियाणा पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान मुंबई और बिहार से उन्हें पूरी सहायता मिली। दोनों जगह की पुलिस ने उनके कदम से कदम मिलाकर रेड को अंजाम दिया। जांच में पाकिस्तान के 10 ऐसे नागरिकों का भी पता चला है जिनके जरिये धमकी दी गई थी। पुलिस का कहना है कि सभी को अपने रडार पर लिया गया है।

जांच में सामने आया है कि दूसरे देशों में बैठे लोग धमकी या फिर लाटरी जैसे दूसरे तरीकों के जरिए लोगों को फंसाते थे। फिर उनसे दुलेश और अमित के दिए खातों में रकम ट्रांसफऱ करने के लिए कहा जाता था। दोनों या तो एटीएम से पैसा निकाल लेते थे या फिर पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय खातों में ये रकम ट्रांसफर कर देते थे।

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