'गालीबाज' श्रीकांत त्यागी की जमानत याचिका खारिज, अगली सुनवाई तक जेल में रहना पड़ेगा

फरारी के दौरान उसने 15 गाड़ियां व दो मोबाइल फोन बदले
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एक रिपोर्ट के मुताबिक श्रीकांत त्यागी का खनन माफियाओं(Mining Mafia) के साथ भी कनेक्शन बताया जा रहा है. सोनभद्र मिर्जापुर इलाके में श्रीकांत का खनन का बड़ा व्यापार है. श्रीकांत पर लगभग आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं? 2012 में उस पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ था.

लखनऊ - नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी(Grand Omaxe Society) में महिला से गाली गलौच करने वाले कथित बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी(Srikant Tyagi) को अगले कुछ दिन और जेल में बिताने पड़ेंगे. हाल ही में ओमेक्स सिटी में महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोपी श्रीकांत त्यागी की जमानत अर्जी वीरवार,11 अगस्त को सूरजपुर कोर्ट(Surajpur Court) ने खारिज कर दी है.

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कोर्ट ने पुलिस स्टेशन से श्रीकांत त्यागी, उसके साथी राहुल और नकुल की आईपीसी(Indian Panel Code) की धारा 420, 419 व 482 में केस डायरी मंगवाई थी. आज वह रिपोर्ट कोर्ट में नहीं पहुंच पाई इसलिए अगली सुनवाई 16 अगस्त को होगी. 

दरअसल श्रीकांत त्यागी ने जमानत याचिका दायर की थी उसके बाद उसे जेल में रहना पड़ेगा. बता दें कि यूपी पुलिस  ने बीती 9 अगस्त को त्यागी को यूपी के ही मेरठ(Meerut) से उसके 3 साथियों के साथ गिरफ्तार किया था. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक श्रीकांत त्यागी ने पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए कई शातिर तरीके बताएं. 

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फरारी के दौरान उसने 15 गाड़ियां व दो मोबाइल फोन बदले. जबकि एक फोन वह अपने घर पर छोड़ कर गया था. बताया जा रहा है कि वह नोएडा से हरिद्वार फिर सहारनपुर, बागपत और मेरठ तक गया. पुलिस की 8 टीमें व STF(Special Task Force) की 4 टीमें श्रीकांत की  तलाश में जुटी थीं. नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह(Police Commissioner Alok Singh) ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कैसे त्यागी को गिरफ्तार किया गया.


एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को त्यागी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी. वो लगातार अपनी पत्नी व वकील के संपर्क में बना हुआ था. उसी से पुलिस को लीड मिली. पुलिस ने उसकी लोकेशन को ट्रेस(Connection Trace) कर उसे दबोचा. मामले में हुई जांच में पता चला कि उसके पास मिले सभी वेहिकल्स का रेजिस्ट्रेड नंबर(Registered Vehicles) 0001 है. उसे एक विधानसभा सचिवालय(Assembly Secretariat) के स्टीकर वाली गाड़ी में पकड़ा गया. जोकि बाद में पता चला कि स्टीकर उसने फर्जी लगाया हुआ था.

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एक रिपोर्ट के मुताबिक श्रीकांत त्यागी का खनन माफियाओं(Mining Mafia) के साथ भी कनेक्शन बताया जा रहा है. सोनभद्र मिर्जापुर इलाके में श्रीकांत का खनन का बड़ा व्यापार है. श्रीकांत पर लगभग आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं? 2012 में उस पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ था.

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पुलिस ने बताया कि श्रीकांत त्यागी का बीजेपी(BJP) से संबंध होने का पता चला था. साल 2018 के एक लेटर से पता चलता है कि त्यागी के बीजेपी से संबंध थे. 27 अगस्त 2018 के एक अप्पोइटमेंट लेटर(Appointment Letter) में साफ कहा गया है कि श्रीकांत त्यागी बीजेपी किसान मोर्चा की युवा किसान समिति का राष्ट्रीय सह संयोजक हैं. 

वहीं बीजेपी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ये लेटर असली है. उन्होंने बताया - त्यागी अगस्त 2018 से अप्रैल 2021 तक किसान कमेटी का हिस्सा रहा. किसान मोर्चा में ज्यादा से ज्यादा युवकों की भागीदारी की जरूरत थी. जिसके चलते उसे विंग का मेंबर बनाया गया था. उस समय कई लोगों को अप्पोइन्ट किया गया था. जिसमें डिस्ट्रिक्ट सोशल मीडिया सलाहकार और सेक्रेटरी जैसे 20 पदों पर अप्पोइटमेंट की गई थी.

रिपोर्ट के मुताबिक यूपी बीजेपी के एक अन्य सूत्र ने कहा कि त्यागी मोदीनगर से विधानसभा का टिकट मांग रहा था लेकिन इस पर विचार नहीं किया गया. इतना ही नहीं श्रीकांत त्यागी को पुलिस सिक्योरिटी दी गई थी. गाजियाबाद के एसएसपी मणिराज ने बताया कि त्यागी को डेढ़ साल तक सिक्योरिटी मिली हुई थी. उनका बताया कि कि डेढ़ साल तक जिला कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर खतरे की आशंका के चलते उसे अक्टूबर 2018 से फरवरी 2020 तक सिक्योरिटी दी गई थी. उसके बाद उसकी सिक्योरिटी को हटा दिया गया.

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