प्राइवेट स्कूल में कलमा पढ़वाने का लगा आरोप, हिंदू संगठनों ने गंगाजल से किया शुद्धिकरण

आरोप है कि स्कूल में सुबह की प्रेयर में बच्चों से कलमा पढ़ाया जा रहा था
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ये घटना उस ट्वीट के बाद सामने आई, जिसमें कहा गया था कि हिंदू छात्रों को सुबह के प्रेयर में कलमा पढ़ाया जा रहा है. हमने देर रात स्कूल प्रशासन से बात की. प्रशासन और छात्रों ने हमें बताया कि वे पिछले 12 सालों से चारों धर्मों से जुड़ी प्रेयर्स कर रहे हैं, लेकिन कभी किसी ने इसका विरोध नहीं किया.

लखनऊ - उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के कानपुर जिले(Kanpur District) में कथित रूप से एक प्राइवेट स्कूल में बच्चों को कलमा पढ़वाने का मामला सामने आया है. जिसके बाद हिंदू संगठनों ने स्कूल का गंगाजल से शुद्धिकरण किया. संगठनों का आरोप है कि स्कूल में सुबह की प्रेयर में बच्चों से कलमा पढ़ाया जा रहा था. इसके चलते संगठनों ने स्कूल में गंगाजल छिड़का ताकि उसे शुद्ध किया जा सके.

एक रिपोर्ट के मुताबिक सुबह प्रेयर(Prayer) के समय कलमा पढ़ाए जाने पर बच्चों के परिजनों व बजरंग दल(Bajrang Dal) समेत कई हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई थी. इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे. हालांकि स्कूल प्रिंसिपल(School principal) ने बताया कि इस मामले को बेवजह तूल देने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि स्कूल में हर धर्म से जुड़ी प्रेयर होती है और सभी बच्चे उसे दोहराते हैं. प्रिंसिपल ने कहा कि ये प्रक्रिया कई साल से चली आ रही है.

हालांकि इस संबंध में जब विवाद उठा तो प्रिंसिपल ने कहा कि भविष्य में स्कूल में कोई प्रेयर नहीं कराई जाएगी. स्कूल मैनेजमेंट ने भी प्रशासनिक अधिकारियों को आश्वासन दिया कि आगे से सुबह की प्रेयर नहीं होगी. वहीं एक परिजन ने दावा किया, "मैंने अपने बच्चे को कई स्कूलों में पढ़ाया है, लेकिन मैंने कभी उन स्कूलों में कलमा पढ़ाते नहीं देखा है."

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वहीं सीसामऊ के एसीपी निशांत शर्मा(ACP Nishant Sharma) ने बताया कि उन्होंने मामले का संज्ञान लिया है और स्कूल ने प्रेयर कराना बंद कर दिया है. एसीपी ने कहा, "आज स्कूल में राष्ट्रगान(National Anthem) गाया गया था." खबरों के अनुसार वैसे अभी तक इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है, हालांकि प्रशासन का कहना है कि अगर कोई एफआईआर(FIR) दर्ज करता है तो कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी.

 एसीपी शर्मा ने कहा, "ये घटना उस ट्वीट के बाद सामने आई, जिसमें कहा गया था कि हिंदू छात्रों को सुबह के प्रेयर में कलमा पढ़ाया जा रहा है. हमने देर रात स्कूल प्रशासन से बात की. प्रशासन और छात्रों ने हमें बताया कि वे पिछले 12 सालों से चारों धर्मों से जुड़ी प्रेयर्स कर रहे हैं, लेकिन कभी किसी ने इसका विरोध नहीं किया. हालांकि, एक परिजन की शिकायत के बाद स्कूल को सभी प्रार्थनाओं को रोकने का आदेश दिया गया है." बता दें कि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि क्या वाकई में स्कूल में कलमा पढ़ाया जा रहा था. बीजेपी महिला मोर्चा(BJP Women Wing) की नेता गीता निगम व अन्य हिंदुत्ववादी संगठनों ने ये आरोप लगाए हैं.

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