छुआछूत ने ली जान!..दलित बच्चे ने मटके से पानी पिया तो टीचर ने पीटकर की बुरी हालत, मौत

आरोपी टीचर को हिरासत में ले लिया गया 
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पहले तो लगा कि हल्की चोट आई है, लेकिन ऐसा नहीं था. पिटाई के बाद इंद्र की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर जिला अस्पताल ले गए. जालोर से उसी दिन इंद्र को उदयपुर रेफर कर दिया गया था. यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे. यहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई.

जयपुर - एक तरफ जहां हम आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहे हैं तो दूसरी तरफ देश में एक ऐसी भी घटना हुई है जिसने ये साबित कर दिया है कि हम अंग्रेजों से तो आजाद हो गए हैं लेकिन सदियों से चले आ रहे जाति भेदभाव की जंजीरों से अभी भी जकड़े हुए हैं. जिसपर हमें विचार करने की जरूरत है.

खबरों के मुताबिक राजस्थान में एक दलित बच्चे द्वारा मटके से पानी पीने के लिए उसे एक टीचर ने इतनी बुरी तरह से पीटा कि बच्चे की मौत हो गई है. घटना का पूरे देश में विरोध किया जा रहा है. मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने आरोपी टीचर को गिरफ्तार कर लिया है तो वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व अन्य नेताओं ने इस घटना की निंदा की है. 

मामला जालोर जिले(Jalore District) के सायला पुलिस स्टेशन एरिया के सुराणा गांव का है. जहां बीती 20 जुलाई को एक प्राइवेट स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी क्लास के दलित छात्र इंद्र मेघवाल ने उस मटके से पानी पी लिया था जिससे सभी टीचर पानी पीते थे. जिससे क्रोधित होकर एक टीचर छैल सिंह ने उसे इतनी बुरी तरह से पीट दिया. जिससे बच्चे की आंख और कान की नस फट गई.

जानकारी के मुताबिक बच्चे की हालत को देखते हुए जालोर जिला अस्पताल से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया लेकिन हालत में सुधार न होने के चलते उसे इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाया गया था जहां कई दिनों के लंबे इलाज के बाद बच्चे ने शनिवार,13 अगस्त को दम तोड़ दिया. आरोपी टीचर को हिरासत में ले लिया गया है और उसपर SC/ST एक्ट व हत्या के प्रयास समेत IPC (Indian Penel Code) की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है.

मृतक छात्र के पिता देवाराम ने बताया कि 20 जुलाई को तीसरी क्लास में पढ़ने वाला उनका 9 साल का बेटा इंद्र मेघवाल सामान्य दिनों की तरह 20 जुलाई को भी स्कूल गया था. सुबह करीब साढ़े दस बजे उसे प्यास लगी. उसने स्कूल में रखी मटकी से पानी पी लिया. उसे नहीं पता था कि यह मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई है. इससे सिर्फ छैल सिंह ही पानी पीते हैं.

इसकी खबर आरोपी टीचर छैल सिंह को मिली तो उसने इंद्र को बुलाया और जमकर पीटा. इतना पीटा की उसकी दाहिनी आंख और कान पर अंदरुनी चोटें आईं. छैल सिंह ने जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया. 

उन्होंने बताया," पहले तो लगा कि हल्की चोट आई है, लेकिन ऐसा नहीं था. पिटाई के बाद इंद्र की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर जिला अस्पताल ले गए. जालोर से उसी दिन इंद्र को उदयपुर रेफर कर दिया गया था. यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे. यहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई."


मामले के बाद चीफ बीईओ(Chief Block Education Officer) की ओर से जांच कमेटी बनाई गई है. पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी(Panchayat Elementary Education Officer) अशोक कुमार दुबे और प्रताप राम को जांच सौंपी गई है. घटना की जानकारी मिलने के बाद जालोर एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल और सीओ हिम्मत सिंह बच्चे के घर पहुंचे. मामले की जांच जालौर सीओ हिम्मत सिंह चरण को सौंपी गई है. एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि मर्डर और एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर आरोपी टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

बच्चे की मौत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी खेद व्यक्त किया है. उन्होंने कहा," जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है. आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या व SC/ST एक्ट की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की जा चुकी है. मामले के त्वरित अनुसंधान एवं दोषी को जल्द सजा हेतु प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है. पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा. मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी.

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