चोरों ने मोबाइल टावर ही चुरा लिया, फिर 6 लाख रुपये में कबाड़ में बेच दिया

आरोपियों के पास 10 टन लोहा और एक जरनेटर बरामद किया गया है.
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नकली डाक्यूमेंट्स में एयरसेल(Aircel) का लोगो और मुहर लगी थी, जिससे खेत की देखभाल कर रहे शख्स को विश्वास हो गया कि ये लोग कंपनी के हैं. दो दिनों से भी कम समय मे टॉवर को ध्वस्त कर दिया गया.

चेन्नई - तमिलनाडु(Tamilnadu) में चोरी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक गैंग के तीन लोगों ने पूरा का पूरा मोबाइल टॉवर(Mobile Tower theft) ही चुरा लिया. इन तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 

पुलिस के मुताबिक गैंग ने मोबाइल टॉवर तोड़ा और उसके पार्ट्स कबाड़ खरीदने वाले को 6 लाख 40 हजार में बेच डाले. पुलिस को आशंका है कि इस चोरी में और लोग भी शामिल हैं. आरोपियों के पास 10 टन लोहा और एक जरनेटर बरामद किया गया है. मामले की जांच अभी जारी है.

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घटना सलेम जिले के वाझापड़ी इलाके की है. बीते जुलाई महीने में गैंग के लोग फर्जी डॉक्यूमेंट्स के साथ मोबाइल कंपनी अधिकारी बनकर मौके पर पहुंचे. खेत की देखभाल करने वाले शख्स को फर्जी डाक्यूमेंट्स दिखाकर गैंग ने टॉवर तोड़ दिया. चोरी का तब पता चला जब टॉवर की मेंटेनेंस करने वाली एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों ने गायब टॉवर नोटिस किया. 29 जुलाई को मामले की शिकायत दर्ज की गई थी.

मामले की जांच कर रहे पुलिस इंस्पेक्टर उमा शंकर ने मीडिया को बताया - नकली डाक्यूमेंट्स में एयरसेल(Aircel) का लोगो और मुहर लगी थी, जिससे खेत की देखभाल कर रहे शख्स को विश्वास हो गया कि ये लोग कंपनी के हैं. दो दिनों से भी कम समय मे टॉवर को ध्वस्त कर दिया गया. आरोपियों ने टॉवर के पार्ट्स को ले जाने के लिए ट्रक का इस्तेमाल किया. इस गैंग ने चोरी की साजिश रचने के लिए करीब एक महीने तक काम किया था."

करीब एक महीने बाद रविवार, 28 अगस्त को पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा. उनकी पहचान तिरुनेलवेली के नागमुथु, तूतीकोरिन के शनमुगम और सलेम के राकेश शर्मा के रूप में हुई. फिलहाल तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

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