सिद्दधू मुसेवाला के SYL गाने के यूट्यूब से हटाए जाने के बाद अब रामकेश जीवनपुरिया का SYL गीत भी हो सकता है बैन!

मूसेवाला के SYL गीत के विरोध में रामकेश जीवनपुरिया द्वारा बनाया गया एसवाईएल हरियाणा वर्जन गाना भी विवादों से घिर गया है. रामकेश के इस गाने पर कंटेंट चोरी के आरोप लगे हैं. हरियाणा के वरिष्ठ पत्रकार रुद्रा राजेश सिंह कुण्डू ने रामकेश जीवनपुरिया पर कंटेंट चोरी का आरोप लगाते हुए लीगल नोटिस भेजा है.रामकेश जीवनपुर पर किसान आंदोलन के दौरान की एक वीडियो को बिना किसी सूचना या इज्जाज के अपने SYL गीत में प्रयोग करने के आरोप लगे है. वीडियो में बोल रहे बुजुर्ग की हरियाणा-पंजाब भाईचारे की भावनाओ के विपरीत द्वेष फैलाने के उद्देश्य से उसका फिल्मांकन दिखाने पर भी रोष जाहिर किया है.
पत्रकार रुद्रा राजेश सिंह कुंडू पूर्व में विभिन्न टीवी मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वर्तमान में वे The Ink वेब न्यूज़ चैनल के संस्थापक सम्पादक हैं. राजेश कुंडू ने अपने ऐडवोकेट विक्रम सिंह मित्तल के मार्फत एक करोड़ रुपए हर्जाना भी अदा करने बारे कानूनी नोटिस भिजवाया है. यूट्यूब को भी SYL गीत में चोरी का कंटेंट यूज करने पर डिलीट करने के लिए रिक्वेस्ट भेजी गई है.
"किसान आंदोलन के दौरान टिकरी बॉर्डर पर दिसम्बर, 2020 में जब हम अपनी टीम के साथ किसानों से बातचीत कर रहे थे, उस वक्त एक बुजुर्ग किसान की हमसे मुलाकात हुई थी. यह किसान बातचीत करते हुए बहुत भावुक हो गया था जिसकी वीडियो बाद में बहुत ज्यादा वायरल भी हो गई थी. किसान ने हमसे बात करते हुए कहा था कि पंजाब उनका बड़ा भाई है और उन्हें दिल से तकलीफ हो रही है कि बड़ा भाई यहां खुले आसमान के नीचे सर्द रातों में ठिठुर रहा है. हमारे वेब चैनल The Ink और The Agro पर अपलोड किए गए इसी वीडियो के अंश को काटकर एक SYL नामक गीत में बिना किसी इजाजत के प्रयोग किया गया है. साथ ही वीडियो में बातचीत कर रहे बुजुर्ग की मूल भावनाओं को भी बदल कर बिल्कुल इसके विपरीत फिल्माया गया है. जिसको लेकर आज हमने अपने वकील एडवोकेट विक्रम मित्तल के मार्फ़त एक लीगल नोटिस उन्हें भिजवाया है."
- रुद्रा राजेश सिंह कुण्डू, The Ink
"मेरे क्लाइंट रुद्रा राजेश सिंह कुण्डू हरियाणा के जाने-माने पत्रकार है और किसान आंदोलन के दौरान की उनकी एक वीडियो चोरी-छुपे किसी रामकेश जीवनपुर नामक कलाकार ने अपने SYL नाम के गीत में प्रयोग की है. बिना किसी लिखित अनुमति के कोई भी ऑडियो, वीडियो, तस्वीर इत्यादि कंटेंट अपने लिए प्रयोग करना इंडियन कॉपीराइट एक्ट का उलंघन माना जाता है. इसी को लेकर आज हमने अपने क्लाइंट राजेश कुण्डू के बिहाफ पे रामकेश जीवनपुर को एक लीगल नोटिस भेजा है."
- विक्रम मित्तल, एडवोकेट